‘तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन’ के सत्याग्रहियों ने निकाली भ्रष्टाचार की शव यात्रा

  • शासकीय तंत्र की संवेदनहीनता पर प्रदर्शनकारियों का टूटा धैर्य

गोरखपुर: सीएम सिटी में लोक सेवकों के निरंकुश भ्रष्टाचार के विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा 13 जुलाई, 2021 से चलाए जा रहे

सत्याग्रह संकल्प पर शासकीय तंत्र के अनदेखी पर कार्यकर्ताओं के सब्र का बांध टूटता नजर आया.

संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा अनेक बार सत्याग्रह के माध्यम से प्रतीकात्मक प्रतिकार व्यक्त करते हुए शासकीय, प्रशासकीय तंत्र की

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चेतना जगाने का प्रयास किया जाता रहा परंतु हठधर्मी शासकीय, प्रशासकीय तंत्र द्वारा लोक हितों की उपेक्षा कर संगठन के सत्याग्रह संकल्प को निष्क्रिय व निष्प्रभावी किए जाने का काम किया है.

यही वजह है कि सत्याग्रहियों ने प्रतीकात्मक प्रतिकार के रूप में भ्रष्टाचार की शव यात्रा का प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग, भवन खंड,

लोक निर्माण खंड 3 के साथ-साथ मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोरखपुर के कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए शवदाह किया.

उक्त शवदाह के माध्यम से शासकीय तंत्र को चिर निद्रा से जगाते हुए कारित भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध मुख्य सचिव

उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित 37 बिंदुओं के ज्ञापन के अनुरूप कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए आगाह किया है कि

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समय अनुरूप कार्यवाही न होने पर शासकीय तंत्र के कारगुजारिओं के अनुरूप प्रतीकात्मक प्रतिकार व्यक्त करने से गुरेज नहीं किया जाएगा.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रधान लेखाकार व मुख्य लेखा परीक्षक की वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट पर कार्यवाही न करना भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस के मुंह पर कालिख पोतना है जिसे संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर,

नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता, राजेश्वर पांडे, गिरजा शंकर नाथ इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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