- लोक निर्माण विभाग गोरखपुर में भ्रष्टाचार का बढ़ रहा व्यापार
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोरखपुर परिक्षेत्र के खंडीय कार्यालय में भ्रष्टाचार के नायाब तरीकों का मामला प्रकाश में आया है.
इस विषय में ‘ह्यूमन राइट्स आर्गेनाईजेशन’ के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि लोक निर्माण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का वर्णन करना सहज नहीं है.
हैरत का पहलू यह है कि विगत दस वर्षों से चल रहे इस खेल को मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव, प्रमुख अभियंता (विभागाध्यक्ष) उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग भ्रष्टाचार लीला को देखने और सुनने में मशगूल हैं.
भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा तो तब पार होती है जब आरोपी अधिशासी अभियंता लोक निर्माण खंड-3 विगत वर्ष डोमिनगढ़ पीपा के पुल पर तारकोल आवंटन कर व्यय दर्शाते हुए लगभग पचासों लाख रुपए का बंदरबांट कर लिया जाता है.
उक्त लीला पर विभागाध्यक्ष सपेरे की बीन पर नाचते सर्प की भांति भ्रष्टाचार पर विगत वर्षों से मस्त हैं. भ्रष्टाचार के और भी अद्भुत वीर गाथाएं हैं
जिसे अगले प्रकाशन में प्रकाशित कर इन भ्रष्टाचारियों के फन को कुचलने का प्रयास किया जाएगा. यह आम नागरिक में कौतूहल का विषय बना हुआ है कि
क्या 59 दिनों से संगठन द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प निराधार व अनावश्यक है या प्रधान लेखाकार व मुख्य लेखा परीक्षक के
विगत दशकों के वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के नायाब लीलाओं का वर्णन निराधार व असत्य है.?
यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है जिसके प्रश्नोत्तर के लिए संगठन भी एक लंबी पारी की सत्याग्रह संकल्प के दिशा में चलने के लिए प्रतिबद्ध है.
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर,
योगेन्द्र कुमार मिश्रा एडवोकेट महामंत्री जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन, डी एन सिंह ठेकेदार जन कल्याण समिति लखनऊ के प्रदेश उपाध्यक्ष,
जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे.