प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 23 जून को विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा पटना में हुई बैठक को लेकर तंज कसते हुए कहा है कि
भेड़िए झुंड में शिकार करते हैं लेकिन उन्हें पता नहीं है कि वे शेर का शिकार कभी नहीं कर सकते हैं, यह बात इंदौर में आयोजित एक सार्वजनिक सभा को
संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मोदी सरकार के 9 वर्षों के कार्यकाल पूरे होने के मौके पर कहा है.
स्मृति ईरानी ने दावा किया है कि जिन विपक्षी राजनीतिक दलों का जमावड़ा हुआ है उनका असली निशाना नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि भारत का खजाना है यानी कि आम जनता.
वास्तविकता तो यह है कि विपक्षी राजनीतिक दलों के बीच गहरे मतभेद मौजूद हैं. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि जो अपना घर भी नहीं संभाल सकते वह हिंदुस्तान क्या संभालेंगे.?
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का पैर छूने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि
हममें से जो लोग संसद में हैं, यह जानते हैं कि बनर्जी ने लालू यादव को एक भ्रष्ट नेता बताया था. इसके अलावा स्मृति ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी,
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती तथा नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला पर भी निशाना साधते हुए पूछा कि पटना में सभी राजनीतिक दलों के बीच बहुत अच्छा सौहार्द था.
मैं विनम्रता पूर्वक कांग्रेस से पूछना चाहती हूं कि जब पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा दिया है तो आप भारत के साथ हैं या धारा 370 के साथ.?
इतना ही नहीं अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर का भी जिक्र करके ईरानी ने विपक्षी दलों से पूछा कि क्या वे भगवान राम के साथ हैं या उन लोगों के साथ
जिन्होंने अदालत में राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए हलफनामा दायर किया था. लालू यादव द्वारा राहुल गांधी को जल्दी शादी करने की सलाह का जिक्र करते हुए कहा कि
“लालू ने विपक्ष की बैठक में गांधी परिवार के उत्तराधिकारी का मजाक उड़ाया है. इससे पता चलता है कि विपक्ष के पास कोई ठोस राजनीतिक राष्ट्रीय तथा आर्थिक मुद्दे नहीं हैं.”