- AIRF के सहायक महामंत्री के० एल० गुप्त के नेतृत्व में रेल कर्मचारियों ने सुबह 6:00 बजे से प्रभात फेरी निकाली एवं गरीबों के बीच फल, मास्क, साबुन का वितरण किया.
यह प्रभात फेरी विभिन्न रेलवे कालोनियों से होते हुए बौलिया पार्क के पास समाप्त हुआ. इस अवसर पर के० एल० गुप्ता ने कहा कि-
“लोकनायक जी मजदूरों के आवाज थे, उन्हीं से प्रभावित होकर मैंने अपना जीवन ट्रेड यूनियन को समर्पित किया था. जब नायक जी AIRF के अध्यक्ष थे उस दौरान मुझे कई बार उनका सानिध्य प्राप्त हुआ.”
दरअसल वह कमजोर एवं मजदूरों के लिए देव थे. श्री गुप्त ने आगे कहा कि तत्कालीन सरकार ने जब तानाशाही का रास्ता अपनाते हुए लोकतंत्र की आवाज कुचलते हुए देश में इमरजेंसी लगाया तो नायक जी ने संपूर्ण क्रांति का आगाज़ किया.
यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज उन्हीं के सिद्धांतों पर चलने की दुहाई देने वाले लोग सरकार में बैठकर मजदूरों की आवाज दबा रहे हैं.
कृषि विधेयक के विरोध में किसान सड़कों पर है. श्रम विरोधी कानून बनाकर मजदूरों के शोषण का रास्ता बनाया जा रहा है. रेल सहित सभी सरकारी संस्थाओं को बेचा जा रहा है. सरकार जनता के मन की पीड़ा सुनना नहीं चाहती बल्कि अपने मन की बात कर रही है.
के० एल० गुप्ता ने नायक जी की जयंती पर रेल कर्मचारियों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि रेल सहित सभी संस्थाओं को बचाने के लिए एक साथ मिलकर पुनः क्रांति लानी होगी.
इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदीप कुमार धर दुबे, हरिश्चन्द्र यादव, दिलीप कुमार धर दुबे, संजय कुमार पाण्डेय, मुकेश कुमार मल्ल, रत्नेश पाण्डेय, अभिमान शाह, मुकेश कुमार, अक्षयबर शर्मा, अमित शर्मा आदि लोग शामिल हुए.