दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ के पोस्टर लगाने पर अभी तक 6 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
प्रशासन के इस कदम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा पोस्टर लगाने पर तो ब्रिटिश सरकार ने भी किसी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं किया था.
किंतु आज हम आजाद भारत में रह रहे हैं और यहां जिस तरीके से 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तारियां की जा रही हैं, उस पर सोचने की जरूरत है.
पीएम मोदी को बड़ा दिल दिखा कर गिरफ्तार लोगों को तत्काल रिहा करना चाहिए. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में किसी महिला के साथ गलत हो जाए तो एफआईआर दर्ज करने में नानी याद आ जाती है.
#AAP को भाजपा का जैसे को तैसा जवाब : दिल्ली में लगे केजरीवाल विरोधी पोस्टरhttps://t.co/Sm63VBtRoE
— NDTV India (@ndtvindia) March 23, 2023
किंतु एक पोस्टर के लिए मात्र 24 घंटे के अंदर 138 एफआईआर दर्ज हो गई. क्या प्रधानमंत्री की तबीयत ठीक है.? अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने कहा कि
“भाजपा को दूसरी पार्टियों के भ्रष्टाचार से नफरत है. कितना अजीब है कि गड़बड़ करने वाले यदि भाजपा में शामिल हैं तो उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी.”
यहां बताते चलें कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने कमर कस लिया है तथा दिल्ली के जंतर-मंतर से ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ कैंपन भी लांच कर दिया है.
इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि लोकतंत्र में सबको पोस्टर लगाने का हक है. देश में बदलाव की खुशबू फैल रही है जिसकी शुरुआत दिल्ली और पंजाब से हो चुकी है.
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बताते हैं कि वह रेल के डिब्बे में चाय बेचते थे किंतु आज वह रेल के डिब्बे ही बेच रहे हैं.
पूरे देश को सेल पर लगा रखा है. हम नफरत की बात नहीं करते हैं. स्कूल और अस्पताल बनाना जानते हैं. प्रधानमंत्री जी फाइलों पर पढ़कर तो साइन करें,
हमारे केजरीवाल आईआरएस रह चुके हैं. किंतु कैसे बताएं कि पीएम को अपनी फोटो देखना पसंद है और यह एक तरह का साइकोलॉजिकल सिकनेस है,
क्योंकि आज 23 मार्च है. भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का शहीदी दिवस है इसलिए कैंपन की शुरुआत की जा रही है.