कहते हैं जब देश की रक्षा करने के दौरान अपनी शहादत देने वाले लोगों को अपने ही शासन प्रशासन तंत्र से जूझना पड़े तो यह बहुत ही शर्मनाक हो जाता है.
कुछ ऐसी ही स्थिति गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा में घटने वाली क्रांति के नायक शहीद अब्दुल्ला के साथ देखने को मिल रही है.
समाजवादी पार्टी के जुझारू और जन संघर्ष के अग्रणी नेता कालीशंकर ने शहीद अब्दुल्ला के परिवारजनों के साथ सरकार के द्वारा लगातार वादा करने के बावजूद जब पूरा नहीं किया गया तो वह धरने पर बैठ गए.
इस विषय में नेता कालीशंकर ने ‘आगाज भारत न्यूज को बताया कि- 7 अगस्त, 2021 को हम लोग शहीद अब्दुल्ला के परिवार के साथ उनके घर पर धरने पर बैठे थे,
धरना समाप्त कराने के लिए उप जिलाधिकारी ने मुझसे टेलिफोनिक वार्ता कर नायब तहसीलदार को धरना स्थल पर भेजा और उन्होंने निम्नलिखित मांगों को
एक माह के अंदर पूरा करने का आश्वासन दिया था परंतु अभी तक कुछ भी नहीं हुआ-
- शहीद अब्दुल्ला के घर जाने वाली लिंक रोड को पक्का करेंगे.
2. शहीद अब्दुल्ला के परिवार को आवास दिया जाएगा.
3. शहीद अब्दुल्ला के परिवार को पेंशन व आर्थिक सहायता दी जाएगी.
हालाँकि कुछ भी पूरा नहीं किया गया. इस लापरवाही पर उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि यदि 15 दिन के अंदर शहीद अब्दुल्ला के परिवार को
उपरोक्त सुविधाएं नहीं मिली तो शहीद स्मारक चौरी-चौरा पर शहीद अब्दुल्ला के परिवार के साथ धरना प्रदर्शन किया जाएगा
और पूरी दुनिया को बताया जाएगा किस तरीके से शहीद के परिवार के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है.