मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान ने लोगों से अपील किया है कि वह गाय के गोबर गोमूत्र से बने साबुन शैंपू अगरबत्ती आदि का इस्तेमाल करें इससे गायों की सुरक्षा करने में मदद मिलेगी.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रभु चौहान ने बताया कि- लोग दूध, दही, मक्खन और घी जैसे उत्पादों को तो अत्यधिक तरजीह देते हैं किंतु अब
गोबर और गोमूत्र से बने उत्पादों को भी इस्तेमाल करते हुए अपने रोजमर्रा की जिंदगी में जगह देने की जरूरत है, इससे गायों की रक्षा करने में मदद होगी.
कर्नाटक सरकार के इस पशुपालन मंत्री ने कहा कि आज गायों के गोमूत्र और गोबर से शैंपू, अगरबत्ती, गवभस्म पंचगव्य, वर्मी कंपोस्ट तथा कीटनाशक का निर्माण किया जा रहा है.
यदि हम इन उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने पर जोर देंगे तो इन उत्पादों की उत्पादकता बढ़ेगी तथा गौ हत्या को रोकने में मददगार सिद्ध होगी.
आपको यहां बताते चलें कि कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक मवेशी वध रोकथाम एवं संरक्षण विधेयक- 2020 को लागू कर दिया है. इस नवीन बने कानून से गौ हत्या को रोकने में मदद तो मिलेगी ही,
साथ ही गौ संरक्षण की दिशा में भी सकारात्मक पहल हो सकेगी. इस कानून में यह प्रावधान किया गया है कि गौ हत्या के अपराध के लिए 3 से 7 वर्ष की सजा तथा ₹50,000 का जुर्माना दोषी के खिलाफ लगेगा.