दिल्ली में बढ़ते दिनों-दिन प्रदूषण को देखते हुए यहां की केजरीवाल सरकार ने दीपावली के अवसर पर छोड़े जाने वाले पटाखों के संबंध में प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है.
आइए, इस बार दिल्ली के हम 2 करोड़ लोग एक साथ मिलकर दिवाली पूजन करें और दीवाली मनाएं। https://t.co/KXSWbAlEGy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 5, 2020
केजरीवाल के इस फैसले पर भाजपा की दिल्ली इकाई ने विरोध करते हुए इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला फैसला करार दिया है.
इस विषय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि-” केजरीवाल अगर समय रहते दिल्ली में प्रदूषण की समस्या के लिए कोई ठोस कदम उठाए होते तो आज पटाखों को बैन करने की नौबत नहीं आती. प्रदूषण बढ़ने की वजह आपकी विफलता है.”
प्रदूषण को रोकने के लिए आपने जो 26 घोषणाएं किया था वह आज भी कागजों पर ही हैं, दिल्ली के लोग स्थाई समाधान चाहते हैं. पटाखों पर प्रतिबंध और ऑड-इवेन जैसा कोई अस्थाई समाधान नहीं.
"युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध" मुहिम में आज "ग्रीन दिल्ली एप" को शामिल किया। इस एप के माध्यम से अब जनता हमें बता सकती है कि कहाँ प्रदूषण हो रहा है, सरकार उस पर कार्रवाई करेगी। हम सब मिलकर प्रदूषण को कम करेंगे।
Download the app- https://t.co/zYgxAvqQTE pic.twitter.com/VDIzGlxsq8
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 29, 2020
आदेश गुप्ता यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने केजरीवाल सरकार को घेरते हुए यह भी कहा कि केजरीवाल ने प्रदूषण को रोकने के लिए बजट भी नहीं पास किया. इसके अतिरिक्त इन्होंने ग्रीन पटाखों की अनुमति पर भी प्रतिबंध लगा दिया.
आपको यहां बताते चलें कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिवाली पर यदि कोई पटाखा फोड़ते हुए पाया गया तो उस पर ₹1 लाख जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है.