मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों को लेकर अनुबंधन की व्यवस्था के विषय में केशव प्रसाद मौर्य ने बताया है कि-
“सरकार न तो 50 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मचारियों को सेवानिवृत्त ही करेगी और ना ही अनुबंधन की व्यवस्था करने जा रही है बल्कि है बल्कि हम नए तरीके से इसे लागू करने के लिए योजना बना रहे हैं.“
#Prayagraj – डिप्टी सीएम @kpmaurya1 का बयान,
👉नौकरियों के नियम में कोई बदलाव नहीं,
👉नौकरियों में सरकार बदलाव नहीं कर रही,
👉संविदा, 50 साल में रिटायरमेंट पर बयान,
👉यह सारी काल्पनिक बातें हैं-केशव मौर्य. pic.twitter.com/KF4qua90aV
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 18, 2020
फिलहाल सरकारी नौकरियों के अनुबंधन में लोगों ने अफवाह फैलाने का कार्य किया है, मैं जोर देकर कहूंगा कि पूर्व की चली आ रही व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होने वाला है.
जब पत्रकारों ने केशव मौर्या से संविदा व्यवस्था को लेकर प्रश्न किया तो उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और वह इस तरह की चीजों को हंगामा करके व्यवस्था को असंतुलित करने की कोशिश कर रहा है.
कौन हैं केशव प्रसाद मौर्य?
केशव मौर्य का जन्म कौशांबी जनपद के सिराथू के मौर्य परिवार में हुआ. इन्होंने बचपन से संघर्ष करते हुए अखबार से लेकर चाय तक बेचा है.
फूलपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद के चुनाव में जीत दर्ज किया, ऐसा बताया जाता है कि ओबीसी समुदाय पर यह अपनी कड़ी पकड़ रखते हैं.
आरएसएस के संपर्क में आने के बाद इन्होंने विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भाजपा में करीब 18 वर्षों तक प्रचारक की भूमिका में रहे हैं. उनकी इसी सेवा को देखकर इन्हें उत्तर प्रदेश में उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है