सब रजिस्ट्रार कार्यालय बना धन उगाही का अड्डा, गरीब किसानों का धड़ल्ले से हो रहा शोषण

खजनी: उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाने का दावा लगातार किया जाता है.

किंतु शासन के सख्त निर्देश के बावजूद गोरखपुर जिले में पड़ने वाली तहसील खजनी के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में गरीब किसानों का धड़ल्ले से शोषण हो रहा है.

सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री के लिए जाने वाले किसानों से प्राइवेट मुंशी द्वारा खुले आम वसूली की जाती है. दलालों एवं प्राइवेट मुंशीयों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि

वह कार्यालय में कुर्सी मेज लगाकर सरकारी कर्मचारी की तरह बैठ कर रसीद काटकर बैनामेदारों से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करता है.

साथ ही गैर कानूनी तरीके से पैसों की वसूली पूरे दिन करता है. सूत्रों की मानें तो स्थानीय प्राइवेट मुशी के परिवार के सदस्य विभिन्न पटल पर बैठ कर सरकारी कार्य संपादित करते हैं.

इतना ही नहीं रजिस्ट्री होने के बाद प्राइवेट मुंशी कार्यालय का कर्मचारी बनकर किसानों के घर पहुंच जाता है तथा मौका देख कर कहता है कि गलती से आपने सरकारी स्टैंप की चोरी की है अगर जांच हुई तो आप को जेल जाना पड़ सकता है.

इस प्रकार भय दिखाकर भारी धनउगाही कर ली जाती है. तहसील में यह कार्य वर्षों से चल रहा है. बताया जाता है कि धांधली का यह काम सब रजिस्ट्रार के इशारे पर संचालित होता है.

ऐसा होने की वजह यह है कि तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में लंबे अर्से से किसी रजिस्ट्रार की पोस्टिंग नहीं हुई है.
सब रजिस्ट्रार और प्राइवेट मुंशी का कार्यालय में पूरा वर्चस्व है.

दबी जुबान इलाके के दर्जनों बैनामेदार किसानों ने बताया कि हम लोग मजबूर हैं, बगैर सुविधा शुल्क दिए रजिस्ट्री का काम समय पर नहीं हो पाता है.

तहसील क्षेत्र के ग्रामीणो ने बताया कि इस प्रकार की कार्य प्रणाली से शासन की छवि धुमिल हो रही है तथा गरीब किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है.

(चंद्रप्रकाश अग्रहरि)

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