मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विपक्षी राजनीतिक गठबंधन के आकार लेने की आशा जताई है.
जैसे-जैसे वर्ष 2024 की लोकसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे क्षेत्रीय दलों द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए एकजुट होना आवश्यक है.
इस क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव आदि
अपने दम पर इस कोशिश में है कि विपक्षी गठबंधन बड़ा आकार लेगा जिसके आधार पर भाजपा को उखाड़ फेंका जाएगा.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश ने बताया था भाजपा लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है विभिन्न सरकारी एजेंसियों जैसे ईडी,
इनकम टैक्स, सीबीआई इत्यादि का उपयोग केवल और केवल सत्ता द्वारा विरोधी पक्ष को डराने, धमकाने तथा खासकर सपा को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
बुलडोजर से डराना भाजपा का एजेंडा है जिसके कारण समाज का हर वर्ग परेशान है. अब वह इस सरकार से छुटकारा पाना चाहती है.
उत्तर प्रदेश की लोकसभा की सभी 80 सीटों पर भाजपा का हारना तय है. आज युवाओं का अध्ययन कोई व्यवस्था नहीं है सपा इसके लिए आवाज उठाती रही है.
युवाओं का भविष्य अंधेरे में है, उनके लिए रोजी-रोटी का कोई तंत्र विकसित नहीं हो पा रहा है. आज देश में जो महंगाई दिख रही है, उसके पीछे भाजपा जिम्मेदार है.
फर्जी मुकदमों में समाजवादी पार्टी के नेताओं को फँसाया जा रहा है. वैमनस्य और नफरत की राजनीति करने वाली भाजपा का मुकाबला करने के लिए सपा तैयार है. युवा उत्साह से भरे हुए हैं और इसका परिणाम हम 2024 में देखेंगे.