- तरयासुजान के तिनफेडिया पुलिस की बड़ी लापरवाही
- दशकों बाद डकैती की घटना देख दहशत में ग्रामीण
कुशीनगर: मामला तरयासुजान थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव का है जहां राजा हुसैन के घर रात करीब 11 बजे के आस-पास 8 से 10 हथियार बंद
अपराधियों ने बंदूक के नोक पर पांच के संख्या में मौजूद लोगों को बंधक बना करीब 20 मिनट तक लूट की घटना को अंजाम दिया है.
डकैती की इस घटना से लोगों में एक बार फिर जंगल राज का भय सता रहा है. लोगों का मानना है दशकों बाद ऐसी घटना सामने आई है.
मजे कि बात तो यह है कि घटना के बाद सूचनार्थ ग्राम प्रधान लगातार चौकी पुलिस को फोन लगाते रहे पर फोन नहीं उठाया गया.
काफी देरी के बाद घटनास्थल पर चौकी से पहुँचे कांस्टेबल आशुतोष ने मौके का मुआयना कर फारमेल्टी तो कर लिया किन्तु खबर के लिखे जाने तक
अपने उच्चाधिकारियों को इस संबंध में अवगत नहीं कराया गया जैसे मानो यहां कि पुलिस हर मामलों को मैनेजमेंट के भेंट चढ़ा देने को आतुर हो.
सबसे बड़ी बात तो यह है कि मौजूदा पुलिस गस्त के नाम पर मस्त फोटो सुटिंग कर विभागीय ग्रुपों में फोटो डालने को ही अपनी ड्यूटी मान बैठी है.
जबकि जमीनी हकीकत में रात्री गश्त की जगह पर खर्राटे लेना यहां की पुलिस ज्यादा पसंद करती है.
ग्राम प्रधान ने फोन पर बताया कि पुलिस रात्री गश्त में कभी दिखती ही नहीं. इतनी बड़ी घटना होने के वावजूद कांस्टेबल द्वारा
करीब 13 घंटे बाद भी उच्चाधिकारियों को सूचित न करना यहां तक कि चौकी प्रभारी को भी न बताना बड़ी लापरवाही है.