khabaruttrakhand.com
  • रैपिड सर्वे में पिछड़े वर्ग की संख्या 3084 की जगह शासन को 1084 भेजा गया
  • आक्रोशित लोगों ने 3 नवम्बर से धरना प्रदर्शन की दिया चेतावनी

तमकुहीराज: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के बुलडोजर का भय अपराधियों और माफियाओं में  साफ देखा जा रहा है किन्तु भ्र्ष्टाचार पर सरकार की

जीरो टॉलरेंस की नीति को मुँह चिढ़ाते हुए कुछ जिम्मेदार अधिकारी इस कदर बेईमानी पर उतारू हो गए हैं कि उन्हें सूबे के मुखिया का कत्तई भय नहीं रह गया है.

क्योंकि जिम्मेदार लोग अधिकारियों के इस अंधेरगर्दी तथा पर गम्भीर मामलों में भी अभयदान देकर न सिर्फ भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं बल्कि सरकार की मंशा में पलिता लगा रहे हैं.

agazbharat

ताजा मामला नगर पंचायत में वार्डो के परिसीमन से जुड़ा है जहाँ चुनाव की पारदर्शी वयवस्था को तार-तार करते हुए सेवरही नगर पंचायत के

अधिशासी अधिकारी द्वारा शासन में झूठी रिपोर्ट भेजकर परिसीमन में गड़बड़ी करने का प्रयास किया गया है.

AGAZBHARAT

संपूर्ण मामले को लेकर आगामी 3 नवम्बर से सेवरही नगर पंचायत परिसर में धरना पर बैठने का ज्ञापन उपजिलाधिकारी तमकुहीराज को सौंपा है.

बता दें कि कुछ दिन बाद होने वाले नगर पंचायत के चुनाव के लिए सूबे की सरकार पूरे वार्डो के परिसीमन, आरक्षण और मतदाता सूची को दुरस्त कराने के लिए प्रभावी कार्यवाही में जुटी हुई है.

यह सरकार की मंशा है कि परिसीमन और आरक्षण में किसी तरह की धांधली न होने पाए तथा चुनाव सुचिता और पारदर्शिता के साथ किया जाए.

लेकिन सरकार के मंशा को दरकिनार कर सेवरही नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी जनार्दन यादव द्वारा पहले वार्ड के परिसीमन में

गड़बड़ी किया गया है और अब आरक्षण को प्रभावित करने के लिए शासन को झूठी रिपोर्ट भेजने का कारनामा कर दिखाया गया है.

सेवरही नगर पंचायत का वार्ड नम्बर 1 बी डी गिरी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नगर पूर्व में ग्रामसभा रहे पकड़ियार पूरब पट्टी के वार्ड संख्या 1 से 7 और पकड़ियार पश्चिम पट्टी के

वार्ड संख्या 1 से 6 को मिलकर बनाया गया है जिसकी संख्या लगभग 3400 के करीब हो जा रही है लेकिन उसे लगभग 1800 दिखाकर वार्ड बनाया गया है.

ईओ द्वारा आरक्षण को प्रभावित करने के उद्देश्य से बेईमानी करके शासन को रैपिड सर्वे में हुए पिछड़े वर्ग की जनगणना को मात्र 1084 ही दिखाया गया है

जबकि शिकायतकर्ताओं द्वारा जो साक्ष्य प्रस्तुत किया गया है उसमें स्पष्ट रूप से रैपिड सर्वे में पिछड़े वर्ग की संख्या 3084 दर्शाया गया है.

शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के अनुसार अनुसूचित जाति की जो संख्या 786 दिखाया जा रहा है वह वर्ष 2011 में हुए जनगणना के आधार पर है.

यह संख्या पूरे पकड़ियार पूरब पट्टी ग्रामसभा की थी और इस वार्ड में जब मात्र 15 वार्ड में से 7 वार्ड ही सम्मिलित है तो अनुसूचित जाति की संख्या 786 कैसे हो जाएगी?

इसके अलावा अनुसूचित जनजाति की संख्या 143 दिखाया गया है, वह भी 2011 के जनगणना के अनुसार है जो पूरे ग्रामसभा का है.

जबकि इस वार्ड में ग्रामसभा के आधे से भी कम वार्ड जुड़े है इसलिए यह संख्या भी गलत भेजी गई है ताकि आरक्षण को शासन से मनमाफिक किया जा सके.

शासन को गलत जातिवार रिपोर्ट भेजने के बारे में ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए यह बताया है कि पकड़ियार पूरब पट्टी में एक मंदिर की कीमती जमीन है,

जिसका पुजारी बनकर वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष ने अपने नाम से करा लिया था जिसका ग्रामीणों द्वारा भारी विरोध हुआ था.

जिसके वजह से वह जमीन फिलहाल तहसील प्रशासन द्वारा जब्त कर दिया गया है. लोगों का आरोप है कि मंदिर की जमीन को व्यक्तिगत रूप से कराने में

मदद करने वाले एक व्यक्ति को सभासद बनाने के लिए यह सब ई ओ के माध्यम से कराया जा रहा है. लोगों द्वारा आज उपजिलाधिकारी तमकुहीराज ब्यास नरायन के पास

लिखित शिकायत दर्ज कराया गया है जिसे गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने इस मामले की गंभीरता से जांच कराने का आदेश ई ओ सेवरही को दिया है.

शिकायतकर्ताओ ने अपने शिकायत में यह भी उल्लेख किया है कि अगर गड़बड़ी नहीं सुधारी गयी तो वह लोग आगामी 3 नवम्बर से नगर पंचायत सेवरही के कार्यालय पर क्रमिक अनशन करेंगे और जरूरत पड़ने पर आमरण अनशन भी करेंगे.

इस संदर्भ में अधिशासी अधिकारी से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर 5 बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया.

(रजनीश कुमार राय)

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here