BY–THE FIRE TEAM
डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में आईडीआईए (IDIA) के संस्थापक श्री शामनाद बशीर जी का आदरांजलि का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी सम्मिलित हो कर कैण्डल मार्च कर उनके उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये ।
बेहद निराशाजनक है कि आईडीआईए (IDIA) के संस्थापक श्री शामनाद बशीर अब हमारे साथ नहीं हैं। यह न केवल संगठन ( IDIA) के लिए, बल्कि उन लाखों शिक्षाविदों और कानून छात्रों के लिए भी एक भारी क्षति है, जिन्हें उन्होंने अपने कार्यों और पहलों के माध्यम से लगातार लोगों को प्रेरित किया।
भारतीय शिक्षा प्रणाली और विशेष रूप से कानून के क्षेत्र में सुगमता का अभाव कुछ ऐसा था जिसे शामनाद सर ने एक प्रारंभिक चरण में पहचाना। वास्तव में, आईडीआईए (IDIA)के अपने सपने की पहल के माध्यम से, उन्होंने कानून का अध्ययन करने के लिए कई कानून के शिक्षाविदों की मदद भी ली ।
वह यहीं तक सीमित नहीं है, वह बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में दिग्गजों में से एक रहे हैं और यहां तक कि 2011 में शीर्ष 50 वैश्विक आईपी नेताओं के रूप में पहचाना गया था। उन्होंने पेटेंट और कॉपीराइट के मुद्दों पर बड़े पैमाने पर लिखा है ।
द फायर की टीम भी उन्हें आदरांजलि अर्पित करती है ।
(साभार IDIA चैप्टर लखनऊ )