उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुनकर प्रशासन के अड़ियल रवैया का पता चलता है.
यहाँ पीड़ित सिपाही ने आरोप लगाया है कि यदि समय रहते उसे विभाग द्वारा छुट्टी मिल गई होती तो उसका बच्चा जो गड्ढे में गिर कर घायल हो गया था, की मृत्यु होने से बच जाता.
घटना से आहत सिपाही अपने मासूम बच्चे की मौत के बाद उसका शव लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंच गया. अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि
वह कई दिनों से छुट्टी मांग रहा था किंतु अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. फिलहाल एसपी सिटी तथा सीओ सिटी ने सिपाही को समझा-बुझाकर वापस घर भेज दिया.
यहां बताते चलें कि मथुरा के मूल निवासी सोनू चौधरी पुलिस लाइन में तैनात थे जो फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र के एकता कॉलोनी में किराए के मकान में रहते हैं.
उनकी पत्नी कविता करीब 15 दिनों से बीमार चल रही थी जिनके इलाज के लिए तथा बच्चे हर्षित की देखभाल के लिए छुट्टी मांग रहा था.
7 जनवरी को सोनू चौधरी ने प्रार्थना पत्र देकर एसपी सिटी से छुट्टी की दरख्वास्त किया था. घटना के विषय में पता चला है कि
उनका बच्चा घर के बगल में स्थित पानी से भरे गड्ढे में खेलने के दौरान गिर गया था. जब हर्षित की तलाश की गई तो वह गड्ढे में गिरा मिला
जहां से निकालकर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया चिकित्सकों ने बच्चे को जांच करने के बाद मृत घोषित कर दिया.