प्राप्त सूचना के मुताबिक भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में लोकतंत्र की स्थापना के लिए वर्षों से संघर्ष कर रही लोकप्रिय नेता आंग सान सू ची की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
म्यांमार की एक अदालत ने इस अपदस्थ नेता को अवैध रूप से वॉकी टॉकी रखने, आयात करने, कोरोना वायरस संबंधी पाबंदियों का उल्लंघन करने का दोषी पाए जाने के बाद इनकी कैद की सजा को 4 वर्षों के लिए और बढ़ा दिया है.
इसके पहले भी दो अन्य मामलों में सू ची को दोषी ठहराया गया था और इन्हें 4 वर्षों के जेल की सजा हुई थी किंतु बाद में देश की सैन्य सरकार ने इस सजा को आधा कर दिया था.
चुंकि सेना से सू ची का सदैव 36 का आंकड़ा रहता है और इस समय म्यांमार में सेना ने तख्तापलट कर दिया है. सू ची की सरकार को बेदखल करके स्वयं ही काबिज हो चुकी है.
सूची के समर्थकों का कहना है कि उनके खिलाफ इस तरह के आरोप सेना के कार्यों को वैध बनाने और उन्हें राजनीति में लौटने से रोकने के लिए लगाए जा रहे हैं.
म्यांमार की एक अदालत ने आंग सान सू ची को और चार साल की सज़ा सुनाई#Myanmar #AungSanSuuKyi #म्यांमार #आंगसानसूची
— द वायर हिंदी (@thewirehindi) January 10, 2022
आपको यहां बताते चलें कि सू ची की पार्टी ने पिछले आम चुनाव में भारी बहुमत से जीत प्राप्त किया था किंतु सेना ने उनके ऊपर चुनाव में व्यापक स्तर पर धांधली करने का आरोप लगाया और खुद ही सत्ता के केंद्र में बैठ गई.