BY- THE FIRE TEAM
लोकसभा चुनाव 2019 जो अगले महीने से शुरू हैं और सभी पार्टियां इस लोकसभा चुनाव को लेके चिंतित भी हैं। लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुये बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बड़ा ऐलान किया है।
लखनऊ में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया कि वो इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा की मौजूदा हालात के अलावा पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित और देश व आम जनहित को देखते हुए उन्होंने ये फैसला लिया है।
मायावती ने कहा, “आगे जहां से चाहूं सीट खाली कराकर चुनाव लड़कर संसद जा सकती हूं।” उन्होंने कहा कि पार्टी के मूवमेंट के हित को ध्यान में रखकर ही राज्यसभा से इस्तीफा दिया था और अपने मूवमेंट को धरातल पर संघर्षशील बनाया।
Mayawati Ji's Press conference today on 20 March 2019 announcing not to contest Lok Sabha poll now to ensure victory of each and every seats of the BSP-SP-RLD alliance in Uttar Pradeesh. pic.twitter.com/yXJlLpQ4ND
— Mayawati (@Mayawati) March 20, 2019
उन्होंने कहा कि वैसे तो वे कभी भी संसद में चुनकर जा सकती हैं लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए अगर चुनाव के बाद ऐसा मौका आएगा तो वे जिस भी सीट से चाहेंगी उस सीट को खाली कराकर लोकसभा सांसद बन सकती हैं।
अपने आधिकारिक ट्वीटर एकाउंट पर ट्वीट करते हुए मायावती में कहा, “जिस प्रकार 1995 में जब मैं पहली बार यूपी की सीएम बनी थी तब मैं यूपी के किसी भी सदन की सदस्य नहीं थी। ठीक उसी प्रकार केन्द्र में भी पीएम/मंत्री को 6 माह के भीतर लोकसभा/राज्यसभा का सदस्य बनना होता है। इसीलिये अभी मेरे चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से लोगों को कतई मायूस नहीं होना चाहिये।”
जिस प्रकार 1995 में जब मैं पहली बार यूपी की सीएम बनी थी तब मैं यूपी के किसी भी सदन की सदस्य नहीं थी। ठीक उसी प्रकार केन्द्र में भी पीएम/मंत्री को 6 माह के भीतर लोकसभा/राज्यसभा का सदस्य बनना होता है। इसीलिये अभी मेरे चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से लोगों को कतई मायूस नहीं होना चाहिये
— Mayawati (@Mayawati) March 20, 2019
यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर एसपी-बीएसपी और आरएलडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। बीएसपी 38, एसपी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर मैदान में उतरेगी। वहीं, दो सीटों अमेठी और रायबरेली को बिना गठबंधन किए कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है। इससे पहले सोमवार को बीएसपी चीफ ने कांग्रेस की ‘दरियादिली’ को कोई भाव नहीं देते हुए कहा था कि कांग्रेस 7 सीटें छोड़ने का भ्रम न फैलाए और वह राज्य की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने को स्वतंत्र है।