- प्रदर्शन के दौरान पुलिस से एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं के बीच हुई तीखी नोक-झोंक
- धर्मांतरण के नाम पर विभाजन की सियासत कर रही है भाजपा: मोहम्मद इस्लाम
गोरखपुर: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने मौलाना कलीम सिद्दीकी की रिहाई की मांग को लेकर नगर निगम के लक्ष्मीबाई पार्क में जोरदार ढंग से प्रर्दशन किया.
नगर निगम से निकल रहे एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक बाहर नहीं निकलने दिया.
रोके गये कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित होकर उत्तेजित नारेबाजी करने लगे. रोके जाने के विरोध में जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम नगर निगम पार्क में धरने पर बैठ गये.
इस्लाम के धरने पर बैठते ही पुलिस के माथे पर बल आ गये, प्रशासन के मान-मनौवल के बाद मोहम्मद इस्लाम धरने से उठे.
तत्पश्चात नगर निगम पार्क पहुंचे एडीएम को जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपकर मौलाना कलीम सिद्दीकी को बिना शर्त रिहा करने की मांग की.
AIMIM के जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने नगर निगम में हुई सभा को संबोधित करते हुए कहा कि-
“उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस बार अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने और अपनी साम्प्रदायिक राजनीति को हवा देने के लिए मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार कर एक नया षड्यंत्र रचा है.”
प्रतिष्ठित मौलाना कलीम सिद्दीकी जैसे मुस्लिम विद्वानों को धर्मांतरण के नाम पर टार्गेट बनाया गया है. उन्होंने कहा कि मौलाना कलीम के बाद
उनके करीबी हाफ़िज़ इदरीस को भी एटीएस उठाकर लखनऊ ले आई और उनसे भी पूछताछ कर रही है.
मौलाना कलीम सिद्दीकी और हाफिज़ इदरीस लगतार सौहार्द के लिए काम कर रहे थे. हाफिज़ इदरीस खतौली व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष भी हैं.
एटीएस के प्रेस नोट को देखने से ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने प्रेस नोट में संविधान के अनुच्छेद 25 को तो पूरी तरह दरकिनार किया है.
इस्लाम ने कहा कि साथ ही एक भी ऐसा ठोस सुबूत स्पेशल कोर्ट ने पुलिस कस्टडी में भेजने की मांग को भी खारिज कर दिया है.
एटीएस और उप्र पुलिस की अरेस्ट प्रक्रिया के पालन न करने से आसपास के इलाकों में भय का माहौल बना हुआ है.
इस्लाम ने कहा कि मौलाना हिन्दू-मुसलमान सबके लिए हमेशा खड़े रहते हैं, लोगों की मदद दिल खोलकर करते हैं.
उनको गिरफ्तार कर माहौल खराब करने कि कोशिश कि गयी है। क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की ज़मीन खिसक गयी है.
मौलाना की गिरफ़्तारी पूर्ण रूप से राजनीतक षड्यंत्र का हिस्सा है. इस्लाम ने कहा कि एआईएमआईएम की मांग है कि एटीएस और पुलिस
पूरी तरह से संवैधानिक तरीकों का पालन करे तथा मौलाना कलीम सिद्दीकी और हाफिज़ इदरीस को जल्द रिहा किया जाए और उनके ऊपर लगाए हुए फर्जी इल्ज़ाम वापस लिए जाए.
प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला प्रमुख महासचिव सेराज अहमद खान, यूथ जिलाध्यक्ष शोएब कुरैशी, यूथ उपाध्यक्ष अबूबकर सिद्दीकी, महिला नगर अध्यक्ष नीलम मिश्रा,
महिला नगर उपाध्यक्ष आसिया सिद्दीकी, महिला जिला प्रमुख महासचिव साजिदा बेगम, महिला नगर महासचिव आयशा खान,
सुधा निषाद, डॉ. इफ़्तेख़ार, मोहम्मद इरशाद, संदीप गुप्ता, विकास गुप्ता एवं मोईनुद्दीन सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.