गोरखपुर: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार एवं सैनिक महिला प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन गोल्डन कॉन्फ्रेंस हॉल, लतीफ नगर कॉलोनी पादरी बाजार में किया गया.
सेमिनार में भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण अर्थ चलाई जा रही योजनाओं पर चर्चा की गई.
तथा भारत में अल्पसंख्यक महिलाओं के आर्थिक व सामाजिक जीवन में होने वाली चुनौती विषयों पर उपस्थित अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित
जनप्रतिनिधियों द्वारा जानकारी दी गई कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुतोष पाण्डेय जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी गोरखपुर एवं विशिष्ट अतिथि
सत्या पांडे पूर्व मेयर गोरखपुर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उन्होंने उपस्थित महिलाओं व पुरुषों को संबोधित करते हुए कहा कि-
“भारत सरकार ने अल्पसंख्यकों के जीवन स्तर को उठाने के लिए कई कार्यक्रम प्रारंभ किए हैं जिसमें प्रधानमंत्री का 15 सूत्री कार्यक्रम एवं महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य है कि कार्यक्रमों के
लाभ का प्रवाह समान रुप में अल्पसंख्यकों तक पहुंचे. उन्हें स्वरोजगार हेतु वित्तीय सहायता व शिक्षण कार्य हेतु विशेष प्रशिक्षण एवं वित्तीय सहायता देकर उन्हें लाभान्वित करने का कार्य किया जाए.”
डॉक्टर कलामुद्दीन ज़ैदी ने कहा कि- “अल्पसंख्यक समुदाय देश का विशेष हिस्सा है जिसके लिए हर स्तर पर सरकार ने कार्यक्रम का रूपरेखा तैयार कर उसे जोड़कर लाभान्वित कर रही है.”
सज्जाक अली खेल सभा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान समय में अल्पसंख्यकों को रोजगार में समान हिस्सेदारी सुनिश्चित कर उनके रहन-सहन के स्तर में सुधार लाने का कार्य किया जा रहा है.
शाहीन ने बताया कि अल्पसंख्यकों के स्वास्थ्य, शिक्षा जिसमें मैट्रिक पूर्व छात्रवृत्ति मेरिट संसाधन व अन्य डिग्री स्तर पर छात्रवृत्ति प्रदेश में पढ़ने हेतु मेधावी छात्रों को विशेष सहायता दी जा रही है.
कार्यक्रम को अहमद जमाल, मोहम्मद आकिब, मोहद राफे आदि वक्ताओं ने संबोधित किया जिसमें अल्पसंख्यकों के लिए चलाई जा रही नई रोशनी,
उस्ताद, बहु क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, हुनर हाट, हमारी धरोहर योजना, सीखो और कमाओ, प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम,
महिला समृद्धि व्यवसाय प्रशिक्षण, मुफ्त इंजीनियरिंग कोचिंग मुफ्त टेक्निकल परीक्षाओं की कोचिंग आदि पर व्यापक चर्चा किया.
कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता जेडी खान व मोहम्मद आकिब, इंजीनियर मिन्नतुल्लाह ने किया. संस्था अध्यक्ष एम सुल्ताना ने कहा कि-
“आर्थिक व सामाजिक समस्याओं में सबसे बड़ी बाधा आर्थिक शिक्षा व स्वास्थ्य है जिसका कारण इस समाज के अधिकतर क्षेत्रों में बाल विवाह व धार्मिक रूढ़िवादिता है.”
हमें इन कुरीतियों से निकलकर बाहर आना होगा जिसमें परिवार का सहयोग बहुत ही महत्वपूर्ण है.