रियलिटी सिंगिंग शो सारेगामापा लिटिल चैंप्स में एक तरफ जहां भाग लेने वाले कंटेस्टेंट्स को प्रेरित करते हुए देखा गया,
वहीं दूसरी तरफ मिथुन दा भावुक होकर अपने संघर्ष तथा अनुभव के विषय में बताते हुए भी दिखे. उन्होंने कहा कि जब वह फिल्मों में खुद को
स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो उन्हें अपने स्किन कलर के वजह से कई जगह परेशानी झेलनी पड़ती थी.
मिथुन चक्रवर्ती ने याद किए संघर्ष के दिन जब वह फुटपाथ पर रहते थे, खाने को कुछ नहीं था: ‘मेरी कहानी लोगों को प्रेरित नहीं करेगी, यह उन्हें तोड़ देगी’ https://t.co/460StPqEAu
— telnews.in job (@pankajk91788186) November 14, 2022
इसके लिए उन्हें अपमानित किया गया जिसके कारण हुआ अक्सर रोया करते थे. आज मैं नहीं चाहूंगा कि जिंदगी में जिन परिस्थितियों से मैं गुजरा हूं दूसरा कोई और भी चले.
हर कोई स्ट्रगल करके ही आगे बढ़ता है, मैंने अपनी जिंदगी में वह दिन भी देखे हैं जब मुझे खाली पेट सोना पड़ता था और सोने के लिए भी जगह नहीं मिलती थी.
कई दिनों तक मैंने फुटपाथ पर अपनी रातें गुजारी हैं, यही वजह है कि मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे ऊपर बायोपिक बने.
मुझे लगता है कि मेरी स्टोरी किसी को इंस्पायर नहीं करेगी बल्कि मेरी कहानी लोगों को मानसिक रूप से तोड़ देगी जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई चुनौतियों को झेलने के लिए तैयार बैठे हैं.
मैंने फिल्म इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए खूब लड़ा और बहुत सारी हिट फिल्में भी दिया है. आज मैं लिजेंड हूं तो इसलिए कि मैंने जिंदगी के सभी दर्द और संघर्ष को पार कर लिया है.
बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती के कटु अनुभवों को सुनकर सबकी आंखें भर आईं. मिथुन दा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बड़े सितारों में गिने जाते हैं जिन्होंने कई नेशनल अवॉर्ड जीते हैं.
डिस्को डांसर, वारदात, बॉक्सर, अग्निपथ जैसी फिल्में आज भी देखने के बाद मिथुन दा के अभिनय क्षमता को दर्शाती हैं.