भाजपा सरकार की कृषि नीतियों के विरोध और किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आव्हान पर 07 दिसम्बर, 2020 से जनपद में
किसान यात्राओं के आयोजन के संदर्भ में चर्चा हुई तथा निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जोड़वाने और कटवाने में बूथों पर पार्टी नेताओं की भागीदारी पर चर्चा हुई.
जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर कल 7 दिसंबर से विधानसभा वार किसान पदयात्रा का कार्यक्रम होगा जिसके लिए सभी साथी जुट जाएं.
निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जोड़वाने व कटवाने हेतु सभी बूथों पर सभी साथी नाम जोड़वाने व कटवाने में जुटे रहें. जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि भाजपा के कुशासन से समाज का हर वर्ग बुरी तरह त्रस्त है। किसान अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं.
कृषि विरोधी कानूनों के जरिए किसान को अपनी खेती से बेदखल करने और पूंजी घरानों की मर्जी पर उसकी जिंदगी बंधक बनाने की साजिशों का देशव्यापी विरोध हो रहा है.
किसान के साथ जनसामान्य भी तमाम परेशानियों से गुजर रहा है, भाजपा चारों तरफ भ्रम फैलाकर अपना स्वार्थ साधन करना चाहती है पर अब लोग उसमें फंसने वाले नहीं है.
आज भी यह स्थिति है कि कर्ज के बोझ तले दबकर किसान आत्महत्या कर रहा है. भाजपा सरकार किसानों से लम्बी वार्ता षडयंत्र के तहत कर रही है.
लेकिन इससे वह आंदोलन को कमजोर नहीं कर पाएगी क्योंकि देश किसानों के साथ है कालाधन, बेरोजगारी, नोटबन्दी, जीएसटी, स्मार्टसिटी, कोरोना, लॉकडाउन, दो करोड़ रोजगार, विकास, अर्थव्यवस्था, महिला सुरक्षा इत्यादि
तमाम बातों पर पीएम मोदी ने देश की जनता से हमेशा झूठ बोला व जनता को गुमराह किया जिसकी वजह से आज देश का नागरिक अपने ही पीएम की किसी भी बात पर भरोसा करने को तैयार नहीं है.
देश के प्रधानमंत्री अपना भरोसा खो चुके हैं और देश की जनता में अब भाजपा के प्रति आक्रोश है. प्रधानमंत्री द्वारा जनता का भरोसा खो देना ये दर्शाता है कि भाजपा की उल्टी गिनती अब शुरू हो चुकी है.
जनता अब भाजपा को सबक सिखाना चाहती है और देश की जनता अब चुनावों का इंतज़ार कर रही है. बैठक के अन्त में पार्टी नेता धर्मराज यादव के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया.
इस दौरान प्रमुख रुप से जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी, अखिलेश यादव, यशपाल रावत, विजय बहादुर यादव, अवधेश यादव, प्रहलाद यादव, मनुरोजन यादव, साधु यादव, रुपावती बेलदार,
मिर्जा कदीर वेग, जितेंद्र सिंह, जयप्रकाश यादव दूधनाथ मौर्य संजय पहलवान सुनील सिंह गौड़ आदि मौजूद रहे.