रविवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम मन की बात का विरोध करते हुए किसानों ने ताली थाली बजाकर अपना दुख व्यक्त किया.
इस मौके पर गाजीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि- “जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि करोना थाली बजाने से भाग जाएगा उसी तरह किसान भी थाली बजा रहे हैं ताकि कृषि कानूनों को भगाया जाए.”
आने वाले 29 दिसंबर को हम सरकार के साथ मुलाकात करेंगे तथा नया वर्ष आपके लिए शुभ हो ऐसी उम्मीद तभी की जाएगी जब इस काले कृषि कानून को वापस लिया जाए. हम सभी किसान भाइयों के लिए नववर्ष के अवसर पर यही शुभ माना जाएगा.
प्रधानमंत्री की स्टाइल में किसानों ने किया विरोध-प्रदर्शन, PM मोदी के “मन की बात” शुरू होती ही बजाने लगे ताली-थाली https://t.co/WIhCMZPNkh via @rajdhaniupdate #MannKiBaat #FarmersProtest #FarmersBill2020 #Farmerswithmodi #KisanAandolan #TaliThaliProtest #Kisan
— Rajdhani Update (@rajdhaniupdate) December 27, 2020
आपको बताते चलें के तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने और एमएसपी की गारंटी कानून की मांग को लेकर देशभर के किसान पिछले 32 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं.
क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने देशवासियों को सिंघु बॉर्डर पर किसानों के साथ नया वर्ष मनाने का निमंत्रण देते हुए कहा कि-
“हम दिल्ली समेत पूरे देश के लोगों से अपील करते हैं कि यहां आकर हमारे साथ नया वर्ष मनाए.” इससे पहले कल उन्होंने किसान आंदोलन के आगे रणनीतिक तौर पर कहा था कि
पंजाब और हरियाणा में अस्थाई तौर पर खुले रहेंगे, 30 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर से ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित धरना अस्थल बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों ने प्याज लगा दिया है.
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किसानों का कहना है कि हमें यहां बैठे एक महीना हो गया है, खाली बैठे क्या करें इसलिए खेती कर रहे हैं. अगर मोदी जी नहीं मानते तो पूरे बुराड़ी ग्राउंड में फसल उगा देंगे.
आजकल ट्विटर पर मोदी के मन की बात कार्यक्रम की जगह मोदी बकवास बंद कर का ट्रेंड चल रहा है जो किसान आंदोलन के समर्थन में चलाया जा रहा है.