उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डासना इलाके में स्थित मंदिर के पुजारी नरसिंहानंद गिरी अपनी बेतुकी बयानबाजी तथा सांप्रदायिक भाषण के लिए जाना जाता है.
फिलहाल 1 महीने जेल में रहने के बाद भी अभी उसे अक्ल नहीं आई है. शायद यही वजह है कि इसने भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे
का बहिष्कार करने की अपील करते हुए देश की संप्रभुता को सीधे चुनौती देने का दुस्साहस कर डाला है.
जी हां, नरसिंहानंद ने अपनी जहरीली जुबान से कहा है कि- “हिंदुओं हर घर तिरंगा अभियान का करो बहिष्कार, लगाओ भगवा ध्वज.” यह कहीं ना कहीं राष्ट्रीय ध्वज का खुलेआम अपमान है.
सोशल मीडिया पर इसका यह वीडियो वायरल हुआ जिसे फिल्मकार विनोद कापड़ी ने अपने टि्वटर हैंडल से पोस्ट किया है.
आपको बता दें कि इस समय केंद्र सरकार आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘हर घर तिरंगा अभियान’ चला रही है.
नरसिंहानंद यहीं नहीं रुका बल्कि उसने कहा कि इस देश में तिरंगे के नाम पर बहुत बड़ा अभियान चल रहा है.
तिरंगा बनाने का सबसे बड़ा ऑर्डर बंगाल की एक ऐसी कंपनी को दिया गया है जिसका मालिक सलाउद्दीन नाम का एक मुस्लिम है.
दुनिया के सबसे बड़े पाखंडी हिंदू हैं. हिंदुओं के दलाल मुसलमानों की आर्थिक बहिष्कार की तो बात करते हैं किंतु सरकार बनने के बाद वे सरकारी ठेके भी मुस्लिमों को दे देते हैं.
यहां तक कि हर घर तिरंगा अभियान को गिरी ने हिंदुओं के खिलाफ षड्यंत्र तक बता डाला है. उसने कहा कि घर पर तिरंगा ही लगाना है तो कोई पुराना तिरंगा लगा लो किंतु इस तरह सलाउद्दीन को एक भी पैसा मत दो.
नरसिंहानंद के इस बयान के बाद इसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की जा रही है फिलहाल सरकार की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
इसके पहले भी नरसिंहानंद ने कई विवादित बयान दिया है जो मुख्य रुप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ा है.
इसने बताया था कि महात्मा गांधी ने हजारों हिंदुओं की हत्या करवा दी. भारत में गांधी की वजह से 100 करोड़ों हिंदुओं के समुदाय के पास अपनी जगह नहीं है.
इसी की वजह से हमारे संत, महात्मा जेल जा रहे हैं. ध्यान देने वाला पहलू यह है कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के नेता और सांसद सिमरनजीत मान
भी ऐसा ही व्यक्ति है जो केंद्र के हर घर तिरंगा अभियान का बहिष्कार करने का आह्वान कर चुका है.
संगरूर से सांसद सिमरनजीत ने कहा है कि- “14-15 अगस्त को घरों और कार्यालयों में निशान साहिब का झंडा फहराया जाना चाहिए. सिक्ख स्वतंत्र और एक अलग समुदाय है.”
इसी तरह एक अन्य प्रतिबंधित संगठन ‘सिक्ख फॉर जस्टिस’ का प्रतिनिधित्व करने वाले आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी
अपने वीडियो संदेश में पंजाब के लोगों को तिरंगा जलाने और स्वतंत्र दिवस पर खालिस्तानी झंडा फहराने का संदेश देकर सांप्रदायिक भावनाओं को उकसाने की कोशिश किया है.