BY- THE FIRE TEAM
गुजरात में नर्मदा जिले के केवड़िया में सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई गई है। इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नाम दिया गया है। इसकी कुल ऊंचाई 182 मीटर है।
इस मूर्ति को बनाने में ललगभग 3000 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इसमें 70,000 टन से ज्यादा सीमेंट, 6000 टन स्टील, 1700 मीट्रिक टन कांसा व इसके अलावा और भी सामान का उपयोग हुआ है।
सरकार ने दावा किया था कि इसको बनाने के बाद काफी मात्रा में राजस्व इकट्ठा होगा। लेकिन उस मात्रा में शायद राजस्व इकठ्ठा नहीं मिल पा रहा है।
इस मूर्ति को बनाने में बहुत सारा विरोध भी देखने को मिला था जिसमें मुख्य रूप से आदिवासी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे।
अब एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है। आदिवासियों ने अब आरोप लगाया है कि उच्च न्यायालय के यथास्थिति बनाये रखने के आदेश के बावजूद राज्य सरकार पर्यटन परियोजनाओं के लिए उनके पुरखों की जमीन छीन रही है।
छह गांव के आदिवासियों के साथ गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की भाजपा सरकार अपने वादे से मुखर गई है।
उन्होंने कहा, सरकार ने नौकरी का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं किया।
वहीं गुजरात के आदिवासी कल्याण मंत्री गणपत वसावा ने आरोपों को खारिज किया है।
आपको बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल की 143वीं जयंती पर 31 अक्टूबर 2018 को प्रतिमा का उद्घाटन किया था।
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