कौन हैं दुष्यंत चौटाला जिनके हाथ में है हरियाणा की चाभी?


BY- THE FIRE TEAM


द फायर टाइम्स की टीम जब हरियाणा चुनाव कवर कर रही थी तो हरियाणा के कई जगहों पर नौजवानों ने  बताया कि भले 2019 में दुष्यंत चौटाला कुछ ज्यादा कमाल ना कर पाएं लेकिन 2024 में वह हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।

अब यह चुनाव नतीजों से साफ नजर भी आ रहा है कि उन नौजवानों की बात क्या सही भी हो सकती है क्या?

शुरुआती रुझानों की बात की जाए तो हरियाणा में कोई भी अभी सरकार बनाने नहीं जा रहा है। बहुमत के आंकड़े 46 से बीजेपी, कांग्रेस और जेजेपी तीनों ही पार्टियां दूर हैं।

हम यह भी कह सकते हैं कि शुरुआती रुझानों में बीजेपी को बड़ा झटका लग रहा है। क्योंकि बीजेपी ने 75 पार का नारा दिया था और वह 40 पार बड़ी मुश्किल से नजर आ रही है।

पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाली पार्टी इनेलो की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं और जनता ने कहीं ना कहीं इस पार्टी को भी नकार दिया है।

एक तरफ कांग्रेस की बढ़त तो जरूर हुई है लेकिन हरियाणा के चुनाव में अहम भूमिका अब दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी की होने वाली है।

जेजेपी रुझानों के हिसाब से 11-12 सीटों के आसपास बनी हुई है। मतलब साफ है कि जो लोग इसको अभी गोद में खेलने वाली पार्टी बता रहे थे वह भी अब हाथ मिलाने की फिराक में होंगे।


आखिर कौन हैं दुष्यंत चौटाला?

दुष्यंत चौटाला देशी-विदेशी दोनों किस्म के आदमी हैं। वह खड़ी हिंदी बोली जिनती लय के साथ बोलते हैं उससे ज्यादा फर्राटेदार अंग्रेजी भी।

31 साल के दुष्यंत चौटाला हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले हैं। वह उस परिवार से आते हैं जिससे देश का उपप्रधानमंत्री रहा हो।

देश के रहे उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के ही परिवार के दुष्यंत चौटाला हैं। वह ओम प्रकाश चौटाला के पोते हैं। पहली बार दुष्यंत चौटाला उस समय चर्चा में आये थे जब 2014 के चुनाव में कुलदीप बिश्नोई को हराया था। उन्होंने उस समय सबसे कम उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड भी बनाया था।

कुलदीप बिश्नोई इस बार हिसार के आदमपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। और ऐसा माना जाता है कि आदमपुर के क्षेत्र में कुलदीप का काफी ज्यादा प्रभाव है।

दुष्यंत चौटाला इनेलो में अपने आप को सही से स्थापित नहीं कर पा रहे थे। पिछले साल दिसंबर में चौटाला को इस पार्टी से निकाल दिया गया था।

इनेलो से निकाले जाने के बाद दुष्यन्त चौटाला ने जननायक जनता पार्टी का निर्माण किया। पहली ही रैली में 6 लाख से ज्यादा भीड़ जुटी थी।

शिक्षा की बात करें तो दुष्यंत चौटाला कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। 1996 में उन्होंने पहली बार पार्टी स्तर पर जाकर प्रचार किया था।

 

 

 

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