हिमाचल: युवाओं को नशे की बुराई से दूर रखने के लिए राज्य सरकार का हर संभव प्रयास


BYसुशील भीमटा


हिमाचल प्रदेश में विशेषकर युवाओं को नशे की बुराई से दूर रखने के राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में राज्य के सभी पाठशालाओं में दो अध्यापकों को बाल मित्र बनाया गया है जो प्रत्येक बच्चे की गतिविधियों पर नज़र रखेंगे।

इस संबंध में जानकारी देते हुए हि.प्र. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष किरण धान्टा ने आज यहां बताया कि युवा वर्ग को नशे अथवा बुरी संगत से दूर रखने के लिये आयोग द्वारा राज्य में अभियान चलाया जा रहा है।

आयोग इस अभियान को ‘आओ दोस्ती निभाएं, नशे को दूर भगाएं’ उद्देश्य को लेकर आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि अभियान में स्कूली छात्र-छात्राओं की अहम भूमिका है। ये छात्र-छात्राएं अपने सहपाठी अथवा दोस्त को किसी भी परेशानी अथवा गलत संगत या फिर नशे की लत से संबंधित सूचना संबंधित पाठशाला में बाल मित्र अध्यापक को दे सकते हैं।

उन्होंने कहा कि समय पर बच्चे की बुरी आदतों की सूचना प्राप्त होने पर उसकी काउंसलिंग करवाकर उसका जीवन खराब होने से बचाया जा सकता है।

किरण धांटा ने कहा कि किसी भी विद्यार्थी द्वारा बाल मित्र को दी गई इस प्रकार की सूचना को गोपनीय रखा जाएगा। इस प्रकार की सूचना बाल मित्र के अलावा राज्य बाल अधिकार सरंक्षण आयोग को भी दी जा सकती है। आयोग ऐसे बच्चों के जीवन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। अभिभावक भी अपने बच्चे के संबंध में इस प्रकार की सूचना बाल मित्र अथवा आयोग को दे सकते हैं।

एक सरहानीय कदम हिमाचल प्रदेश के भविष्य निर्माण में वर्तमान मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश द्वारा नीव का एक मजबूत पत्थर साबित होगा। तबाही के दौर में एक मसीहा का आगम, राजनीति से ऊपर उठती सोच का प्रमाण सालों से हो रहे नशे के कारोबार पर लगाम और नशे में बर्बाद होते हिमाचल के लिए एक सुरक्षा घेरा-आपको दुआएँ हिमाचल वासियों की।

परम आदरणीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को मेरी व समस्त हिमाचल वासियों की ओर से शत शत नमन!
मान्यवर आपके द्वारा उठाया गया ये कदम बहुत सरहानीय एवं देवभूमि की जनता के लिए प्राणदाई है भगवान आपको दीर्घायू प्रदान करे।

मान्यवर मैंने बहुत पहले शायद 4 महीनें पहले आपके page व facebook पर इस विषय पर एक संदेश लिखा था कि हमारी युवा पीढ़ी पर नशे की लत से बर्बादी की कगार पर पहुँच चुकी है और आग्रह किया था कि सभी शिक्षा संस्थानों में नशे के लिए टेस्ट लिया जाए। साल में दो बार और नशे की लत में डूब चुके युवाओं व युवतियो को सुधरने के दो मौके अवश्य दिए जायें!

मान्यवर ऐसा इसलिए लिख रहा हूं कि जानें अंजाने बच्चों से जो गलती हुई है उसका असर कहीं ना कहीं माता पिता व सगे सम्बंधियों के पारिवारिक जीवन पर भी पड़ता है।

एक निवेदन और करना चाहूंगा आपसे कि इस टेस्ट तो रिपोर्ट सीधा माता पिता को भेजी जाए और इस रिपोर्ट को जितना सम्भव हो गुप्त रखा जाये सार्वजनिक ना किया जाये ताकि बच्चे व उसके परिजन हीन भावना का शिकार होकर कोई गलत कदम ना उठा ले।

मान्यवर आपके द्वारा उठाया गया ये कदम इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। आपने जो देवभूमि से वफ़ा की है परमात्मा की कृपा और माँ बाप की दुआओं से आपको सुखी समृद्ध जीवन अवश्य मिलेगा।

मैं व्यक्तिगत तौर पर भी आपका हार्दिक धन्यवाद करता हूँ कि जो सन्देश fb के माध्य्म से मैंने आप तक पहुंचाने का प्रयास किया था वो आज सफल हो गया। मान्यवर हमे आप पर गर्व है और गर्व रहेगा

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