BY– THE FIRE TEAM
हिमाचल आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी परिषद ने जताया एतराज
हिमाचल की तीन मुख्य राजकीय फार्मेसियों को निजी हाथों में सौंपने का हिमाचल आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी परिषद ने विरोध किया। परिषद ने सरकार से अपील की है कि प्रदेश कि तीनों राजकीय फार्मेसियों को निजी हाथों में न सौंपा जाए।
इस संबध में हिमाचल आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी परिषद की एक बैठक परिषद प्रदेशाध्यक्ष डॉ. केश्व शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
इस दौरान प्रदेश में आयुर्वेद विभाग द्वारा संचालित तीन राजकीय फार्मेसी जोगेंद्रनगर जिला मंडी, माजरा जिला सिरमौर और पपरोला जिला कांगड़ा को निजी क्षेत्र को न सौंपने की अपील की गई।
इस अवसर पर डॉ. केश्व शर्मा ने कहा कि यह फार्मेसियां आयुर्वेद की धरोहर हैं और लंबे समय से रोगियों को उच्च गुणवक्ता युक्त औषधियां उपलब्ध करवा रही हैं। इसके अलावा सैकड़ों लोगों की आजीविका सीधे तौर पर इनसे जुड़ी है।
परिषद ने सरकार से आग्रह किया है कि इन फार्मेसियों में उपलब्ध मानव संसाधनों का सुमिचत रूप से प्रयोग कर आधुनिक उपकरणों द्वारा उच्च गुणवक्ता की दवाइयों का निर्माण किया जाए, ताकि विभाग के साथ रोगियों को भी लाभ पहुंच सके। परिषद इन्हें स्वयं संचालित रखने की गुजारिश करती है। बैठक में प्रदेश भर के परिषद सदस्य मौजूद रहे।