BY– THE FIRE TEAM
गैस सिलेंडर के दाम कुछ राज्यों में 1000 रुपये पार करने के साथ भोपालवासियों को एक और असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
भोपालः बैंक ने एलपीजी गैस की सब्सिडी देने वाले नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए लाखों खाताधारकों को बड़ा झटका दिया है। नियम के अनुसार, अब से सिर्फ उन्हीं उपभोक्ताओं को एलपीजी गैस सब्सिडी का लाभ मिल सकेगा, जिनके बैंक खाते में तीन हजार रुपए से ज्यादा बैलेंस है। गैस सब्सिडी ना आने से परेशान शहर में लोगों ने हाल ही में इसकी शिकायत गैस कंपनी में की थी।
साथ ही यह शिकायत भी सामने आई थी कि, न्यूनतम बैलेंस होने के चलते बैंक द्वारा उनके खाते से पेनाल्टी राशि भी काटी जा रही है। शहर में रहने वाली शबीना बी ने बताया कि, पहले नियमित रूप से खाते में एलपीजी सब्सिडी आ जाया करती थी, लेकिन अब कई बार से सब्सिडी तो खाते में आ नहीं रही, साथ ही बैंक खाते से पेनाल्टी के नाम पर पैसे काटे जा रहे हैं।
बता दें कि इसके पीछे का कारण मोदी सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले जारी किया गया नोटिस है। जिसके हिसाब से अगर आपके बैंक खाते में 3000 रुपए से ज्यादा राशि है। तो आपको गैस सब्सिडी नहीं दी जाएगी।
आपको याद होगा कि, केन्द्र सरकार ने कुछ दिनों पहले उज्ज्वला योजना के तहत हजारों महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर बांटे थे, इसके अलावा सब्सिडी की श्रेणी में उन लोगों को भी लिया गया था जिनके पास पहले से गैस सिलेंडर तो है, लेकिन आर्थिक हालात ठीक ना होने के कारण महंगी गैस खरीदने में असमर्थ हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने गरीब लोगों ने गैस सब्सिडी के रूप में इन लोगों के बैंक खाते में तय रकम देने का फैसला लिया है।
हालांकि, अब मध्य प्रदेश समेत देशभर में करोड़ों बैंक खाते खुलवाने के बाद इस सरकारी निर्देश के बाद रोजाना लाखों की संख्या में कई बैंक अकाउंटों में पैसों का लेनदेन नहीं हो पा रहा है और तो और अब तो बैंक अकाउंट से पेनाल्टी के नाम पर पैसे भी काटे जा रहे हैं। वर्तमान में एक ही साथ कई लोगों के जनधन खाते इनएक्टिव भी हो गए हैं, जिसकी वजह से इन लोगों को सब्सिडी की रकम नहीं मिल रही है। हालांकि, यह खाते आधार के साथ कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ बैंक में जमा कराने पर फिर से एक्टिवेट किया जा सकता है।
बड़ी संख्या में खाते हुए इनएक्टिव: प्रशासन ने बड़ी मात्रा में जनधन खाते खुलवाए। इसके बाद इन्हीं खातों में उज्ज्वला योजना के तहत प्रदाय गैस सिलेंडर की सब्सिडी की राशि को क्रेडिट किया जाने लगा। लेकिन वर्तमान में जनधन के बड़ी संख्या खाते इनएक्टिव हो गए हैं। जिसके कारण ऐसे खातों में सब्सिडी की रकम नहीं पहुंच रही, बल्कि बैंक में ही अटकी रहती है। खाते को बैंक द्वारा फिर एक्टिव किया जाता है। तभी सब्सिडी की रकम जमा हो पाती है। जानकारी के अभाव में लोगों को सब्सिडी की राशि नहीं मिल रही है।