BY-THE FIRE TEAM
देश एक बार फिर विकास की नई सीढ़ी चढ़ने जा रहा है, आपको बता दें कि गांधीनगर देश का पहला रेलवे स्टेशन होगा जिसमें एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
इसे विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है और 2019 की शुरुआत में इसकी सौगात देश को मिलने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2017 में इसका भूमिपूजन किया था.
Privilege to have witnessed bhoomipoojan of redevelopment project of Gandhinagar Railway Station by Hon'ble PM Shri @narendramodi ji. pic.twitter.com/hOGp1N3lQN
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) January 9, 2017
इस स्टेशन के ऊपर एक फाइव स्टार होटल का निर्माण जारी है. इस पांच सितारा होटल में 300 कमरे होंगे. पूरे स्टेशन में तीन बिल्डिंग होंगी और यह फूल की पंखुड़ियों के आकार की होंगी.
इस स्टेशन के नीचे से रेलगाड़ियां गुजरेंगी. इसके अलावा, ट्रांजिट हॉल, कियोस्क, दुकानें, बुक स्टॉल, फूड स्टॉल्स, मॉड्यूलर क्लीन टॉयलेट्स होंगे.
Aerial view of the ongoing construction work at Gandhinagar Railway Station #Gandhinagar #Gujarat pic.twitter.com/oXdDogEjFb
— Gujarat Information (@InfoGujarat) December 12, 2018
स्टेशन में यात्रियों के बैठने के लिए 600 सीटों का इंतजाम होगा. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 250 करोड़ रुपए है. यह एसपीवी प्रोजेक्ट है जिसमें IRSDC और गुजरात सरकार की हिस्सेदारी है.
होटल का ग्राउंड फ्लोर जमीन से 22 मीटर ऊपर होगा. इसके अलावा, स्टेशन में एक प्रार्थना स्थल, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र होगा, स्टेशन में तीन लिफ्ट और 2 एस्कलेटर होंगे.
इस रेलवे स्टेशन पर मल्टीप्लेक्स और ब्रांडेड रिटेल स्टोर्स खोलने की योजना है. इन मल्टीप्लेक्स में यात्री अपनी पसंद की मूवी और स्टोर्स पर शॉपिंग कर सकेंगे.
मिली जानकारी के मुताबिक इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इस बिल्डिंग को भव्य बनाने के लिए पीवीआर सिनेमा, बिग बाजार और शॉपर्स स्टॉप लगाने की बातचीत कर रहा है.
PM @narendramodi being briefed about the Model of new Gandhinagar Railway Station Complex pic.twitter.com/tAqhn82CRq
— PIB India (@PIB_India) January 9, 2017
65 मीटर की ऊंचाई के साथ यह बिल्डिंग गांधीनगर में सबसे ऊंची होगी. होटल 21,000 वर्ग फीट में बन रहा है जिसमें 2900 वर्गमीटर में ऑफिस खोले जाएंगे. स्वीमिंग पूल की भी सुविधा इस होटल में होगी. इस प्रोजेक्ट के तहत तीन टॉवर होंगे.