BY-THE FIRE TEAM
फाइनेंशियल टेक्नॉलजीज के नाम से जानी जाने वाली कंपनी जिसे अब 63 मून्स कहते हैं, के अध्यक्ष वेंकटाचारी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि-उनकी कंपनी पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और तत्कालीन फारवर्ड मार्केट
कमीशन के अध्यक्ष रमेश अभिषेक और वित्त मंत्रालय के पूर्व अतिरिक्त सचिव के. पी. कृष्णन के खिलाफ 10,000 करोड़ रुपये के नुकसान का मुकदमा दर्ज करेगी।
वेंकटाचारी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि कंपनी ने इस संबंध में सोमवार को तीनों लोगों को नोटिस भेजा है।
Venkat Chary, Chairman of 63 moons Technologies, said his company will file for damages worth Rs 10,000 cr against former Finance Minister P #Chidambaram, then Chairman of Forward Markets Commission, Ramesh Abhishek, and former Additional Secretary for Finance KP Krishnan. pic.twitter.com/QpXRgyAqHE
— IANS (@ians_india) February 18, 2019
उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी का मानना है कि इन तीनों ने कंपनी की प्रतिद्वंद्वी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की तरफदारी की, जिससे कंपनी का संकट बढ़ गया और एक्सचेंज के पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा।
कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि कंपनी पी. चिदंबरम के खिलाफ पद का दुरुपयोग करने का मुकदमा दर्ज करेगी, जिससे कंपनी को 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
विशेष रूप से, कंपनी ने पहले ही इन तीनों के खिलाफ सीबीआई के समक्ष आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है और संबंधित दस्तावेज भी सौंपे हैं।”
बयान में कहा गया, “63 मून्स ने 4 अगस्त 2018 को इनसे खुली बहस में भाग लेने को कहा था, लेकिन वे हिस्सा लेने नहीं आए।”
एनएसईएल (नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लि.) के प्रमोटर और वर्तमान में 63 मून्स टेक्नॉलजीज के मेंटर जिग्नेश शाह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि-
कथित 5,600 करोड़ रुपये के एनएसईएल घोटाले को बहुत पहले ही सुलझा लिया जाता, अगर बाजार नियामक, फारवर्ड माकेट्स कमीशन (एफएमसी) ने समय पर कार्रवाई की होती।