वैसे तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ अपने राजनीतिक क्षेत्र से लेकर विधानसभा में चलने वाले सत्र तक में अपने तेवर दिखाने के लिए जाने जाते हैं किंतु मानसून सत्र के तीसरे दिन उनका शायराना मिजाज भी देखने को मिला.
विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने 1 घंटे के संबोधन में विधायकों की जमकर तारीफ की, किंतु वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और सपा को आड़े हाथों लेते हुए उन पर कटाक्ष भी किया.
योगी ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस और सपा खान को बचाने की मुहिम चला रहे हैं हालांकि वे बच नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं शायरी नहीं श्लोक जानता हूं.
फिर भी इतना कहना चाहूंगा कि- चमन को सींचने में कुछ पत्तियां झड़ गई होंगी, इल्जाम लग रहा है हम पर बेवफाई का, चमन को रौंद डाला, जिन्होंने अपने पैरों से, वही दावा कर रहे हैं इस चमन की रहनुमाई का.
जो लोग उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर आज बहुत चिंता जता रहे हैं, दरअसल यही लोग कानून-व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।
आंकड़े गवाह हैं कि वर्ष 2016 की तुलना में आज का उत्तर प्रदेश कहीं अधिक शांत है।
राज्य में अपराध की दर में निरन्तर गिरावट दर्ज की जा रही है। pic.twitter.com/PT208ank2f
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 22, 2020
आदित्यनाथ ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता तो ऐसे व्यक्ति की रिहाई की मांग कर रहे हैं जिसके लिए बाहर से धमकी भरे फोन आते रहते हैं और धमकी दी जाती है कि यदि रिहा नहीं किया तो कुछ भी कर देंगे.
ऐसे लोगों को मैं बता देना चाहता हूं कि यह उत्तर प्रदेश है यहां कुछ भी करने से पहले दूसरे लोग की यात्रा करनी पड़ती है. राज्य सरकार किसी भी तरीके की धमकी से डरने वाले नहीं हैं, यह बात विपक्ष के लोगों को समझ लेनी चाहिए.