प्राप्त जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य कौस्तुभ मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में अखिल भारतीय राष्ट्रीय गौरव दल की बैठक का आयोजन सुभाष मौर्या के नेतृत्व में संतकबीर नगर जिले के धनघटा क्षेत्र में किया गया.
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिन्दू हितों जैसे भारत की संस्कृति, सनातन धर्म की रक्षा, राष्ट्र की सभ्यता का संरक्षण व सवंर्धन करना है. इसी क्रम में राष्ट्रीय गौरव दल ने निर्णय लिया है कि प्रदेश स्तर पर निरंतर कार्यक्रम को क्रियान्वित करके जागरूकता फैलाई जाएगी.
आपको यहाँ बताते चलें कि बीते कुछ दिनों में आम जनमानस में विशेष कर हिन्दू धर्म अपनी जीवन की भौतिक आवश्यक -ताओं में इतना विलीन हो गया है कि आने वाले पीढ़ी को न तो धर्म की बातें बता रहा है और न तो उसे समय ही
दे पा रहा है. इसके अतिरिक्त आधुनिक भौतिक वयवस्था की चकाचौंध में वेद, पुराणों को पढ़ने व उसके उदेश्यो को आगे बढ़ाने का काम भी प्रभावित हुआ है. अन्य चुनौतियों के रूप में समय-समय पर भारत माता की अश्मिता तथा धर्म की संचेतना पर भी कुठारघात किया जा रहा है.
इन्ही सभी कारणों को ध्यान में रखकर संगठन अपने स्तर पर आक्रमण का पुरजोर जवाब देने, सभी को संगठित करने तथा माँ भारती को उसका परम वैभव लौटाने एवं भारत को पुनः विश्व गुरु के सिंघासन पर बैठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
मयंक पान्डेय एवं जानकीपति मिश्र ने अपने कर्मठ और जुझारू वक्तव्य से बैठक को सम्बोधित करते हुए सबको ऊर्जा से लबरेज कर दिया.
उक्त अवसर पर गुलाब धर दूबे, बी.पी.मिश्रा, हिरामन, इन्द्र जीत चौधरी, नन्हे लाल पासवान, सेवा निबृत राजस्व निरीक्षक सत्य राम, राममूरत, अनिल, मंटूलाल मिश्र, राजकुमारी गुप्ता आदि मौजूद रहे.