BY-THE FIRE TEAM
अभी तक यूपी में शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने को लेकर चर्चा थी। लेकिन अब इस बार केंद्र सरकार ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के तीन द्वीपों के नाम बदलने की तैयारी कर ली है।
सरकार ने इन तीन द्वीपों के नाम भी तय कर लिए हैं। इनमें जहां रोस आइलैंड का नाम बदलकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस होगा तो वहीं नील आइलैंड का नाम शहीद द्वीप और हैवलॉक आइलैंड का नाम स्वराज द्वीप होगा।
आपको बता दें कि हैवलॉक आइलैंड का नाम ब्रिटिश जनरल सर हेनरी हैवलॉक के नाम पर रखा गया है उन्होंने ब्रिटिश शासनकाल में भारत में काम किया था।
यही वो जगह है जहां सुभाष चंद्र बोस ने 1943 आजाद हिंद की अस्थायी सरकार की स्थापना की थी। गौरतलब है कि रविवार को मोदी पोर्ट ब्लेयर दौरे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस
के आजाद हिंद सरकार के गठन की घोषणा के 75वें साल पर तिरंगा फहराएंगे। पोर्ट ब्लेयर में इस मौके पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके साथ रहेंगे।
गृह मंत्रालय के मुताबिक, नाम बदले जाने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। नेताजी बोस ने दूसरे विश्व युद्ध में जापानियों द्वारा इन द्वीपों पर कब्जा किए जाने के बाद यहां तिरंगा फहराया था।
तब उन्होंने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह का नाम बदलकर शहीद और स्वराज द्वीप करने का सुझाव दिया था।
आपको बताते चलें कि कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था, जिसके बाद उत्तर प्रदेश में कुछ और भी शहरों के नाम बदले गए।
जिसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काफी विवादों का सामना करना पड़ा था। शहर का नाम बदले जाने को लेकर राजनीतिज्ञों और आम जनता का कहना था कि नाम बदलकर उन्हें क्या हासिल होने वाला है।