BY-THE FIRE TEAM
अपनी आक्रामक गतिविधियों और ओजश्वी भाषण शैली तथा दलितों, शोषितों पर होने वाले अत्याचार का पुरजोर विरोध करने वाले भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने आखिकार राजनीतिक दल बनाने का ऐलान माननीय कांशीराम की जयंती के अवसर पर कर दिया.
इस दौरान भीम आर्मी के अनेक सदस्य और नेता भारी संख्या में मौजूद रहे. संविधान की शपथ लेकर पार्टी का निर्माण करते वक्त इन्होंने बताया कि-“दलितों और दबे कुचलों की आवाज बनने के लिए पार्टी का गठन किया गया है.”
साथ ही उत्तर प्रदेश में 2022 के दौरान होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी मुस्तैदी और सक्रियता के साथ राजनीति में भागीदारी करने एवं अपने प्रत्याशी उतारने ऐलान किया.
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आपको बताते चलें कि चंद्रशेखर का नाम वर्ष 2017 में उस समय उछाल में आया जब सहारनपुर में जातीय हिंसा फैली थी. तब से लेकर आज तक ये राजनीति में सक्रिय हैं और जहाँ भी कहीं शोषण और अत्याचार होता हुआ देखते हैं वे वहाँ जाकर पीड़ित वर्ग का साथ देते हैं.
अभी देश में जब केंद्र सरकार द्वारा पारित ‘सीएए’ कानून(नागरिकता संशोधन कानून) लाया गया है तब भी चंद्रशेखर विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों के साथ हैं,
तथा वे इसे सरकार का संविधान विरोधी कदम मानते हैं.