एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण ने तबाही मचा रखी है वहीं उत्तर बिहार के दस से अधिक जिलों जैसे-दरभंगा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर आदि में आई बाढ़ ने सात लाख से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है
जिसके कारण जीवन दूभर हो गया है, इन भीषण चुनौतियों के बाद भी सत्ता और शासन ने बहुत सक्रियता नहीं दिखाई है जिसकी वजह से लोगों में भयंकर आक्रोश है.
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार मूसलाधार बारिश और नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी से लोगों की गृहस्थी का सामान भी नाव के माध्यम से ही ढोया जा रहा है तथा जनता घुटने भर पानी में डूबकर जीवन बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही है.
#Floods continue to wreak havoc in #Bihar, 7.65 lakh people affected
| #BiharFloods #Bihar @NitishKumar |https://t.co/3HrxLprCqU— Newsroompost (@NewsroomPostCom) July 24, 2020
हालांकि एनडीआरएफ और एडीआरएफ की संयुक्त टीमें लगी हुई हैं किन्तु जितनी मात्रा में सहयोग और भूमिका बाढ़ पीड़ितों को मिलनी चाहिए उतनी नहीं मिल पा रही है.
हर साल बाढ़ की समस्या से जूझती है बिहार की जनता, क्यों नहीं कुछ करती है सरकार?#Biharflood #Bihar #SubahSubah pic.twitter.com/vELhZiTxDZ
— AajTak (@aajtak) July 24, 2020