बिहार की 15 वर्षीय बेटी ने साईकिल चलाकर तय किया गुरुग्राम से दरभंगा तक की दुरी

BY-THE FIRE TEAM

कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा लॉक डाउन 4. 0 की घोषणा की गई है जिसके कारण परिवहन वयवस्था पूरी तरह ठप्प पड़ी हुई है.

ऐसे में सबसे अधिक समस्या खासकरके खाने-पीने को लेकर कामगार मजदूर पैदल ही अपने गांव की ओर चल पड़े हैं. इसी दरम्यान भुखमरी की मार झेलते होने पर ज्योति ने भी अपने पिता मोहसन पासवान को साथ लेकर वापस लौटने का फैसला किया.

मिली जानकारी के अनुसार मात्र 15 वर्षीय ज्योति हिम्मत जुटाती हुई अपने पिता को साईकिल पर बैठाकर हरियाणा के गुरुग्राम से दरभंगा के लिए निकल पड़ी.

मिली जानकारी के अनुसार वह एक दिन में 100 से 150 किलोमीटर तक साईकिल चलाकर एक हजार से अधिक किलोमीटर की दुरी को लगभग आठ दिनों में तय किया.

ज्योति की इस उपलब्धि को देखकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प सहित उनकी बेटी इवांका ट्रम्प तक ने तारीफ किया है.

आपको बताते चलें कि साइकिलिंग महासंघ के निदेशक वी एन सिंह ने ज्योति की काबिलियत का लोहा मानते हुए कहा है कि- “महासंघ सदैव काबिल खिलाड़ियों की खोज में रहता है और यदि ज्योति में क्षमता है तो उसकी पूरी मदद की जाएगी.”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बताया कि इतनी कम उम्र की बच्ची के लिए 100 किलोमीटर की साईकिल चलाना संभव नहीं लगता है. लेकिन जो कार्य ज्योति ने किया है वह स्वयं में अद्भुत है.

लॉकडाउन खुलते ही उसे दिल्ली बुलाकर ट्रायल लिया जायेगा, ज्योति ने भी अपनी सहमति दिखाते हुए हामी भरा है कि वह इस मौके को अवसर के रूप में चुनेगी.

ज्योति के जज्बे को देखते और उसकी प्रतिभा को समझते हुए भारतीय साइकिलिंग महासंघ अत्यधिक प्रभावित हुआ है. उसने फैसला लिया है कि ज्योति को महासंघ ट्रायल का मौका देगा.

यदि उसकी क्षमता खुलकर सामने आती है तो उसे विशेष ट्रेनिंग और सुविधा उपलब्ध कराकर उसकी प्रतिभा को निखारने का कार्य किया जायेगा.

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