BY-THE FIRE TEAM
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार का व्यापारी वर्ग राज्य की बिजली व्यवस्था से चिंतित है और बिहार इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन ने तो साफ़ शब्दों में कह दिया है कि राज्य में सुरक्षा के माहौल को ठीक करने की आवश्यकता है.
सरकार को सुझाव भी दिया है कि केंद्र सरकार के सीआईएसएफ़ के तर्ज़ पर राज्य में स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स का गठन करना बेहतर होगा.
मतलब राज्य की पुलिस में अब उनका विश्वास नहीं रहा. राज्य की कानून-व्यवस्था पर बिहार इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाक़ात की थी
लेकिन राज्य में एक के बाद एक व्यवसाइयों की हत्या के के बाद साफ लगता है कि सरकार में इनका विश्वास कम हुआ है.
गौरतलब है कि बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के रजत जयंती समारोह के कार्यक्रम में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो नहीं आए लेकिन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पहुंचे
और उन्होंने माना कि कानून व्यवस्था से संबंधित कोई भी घटना हो जाती है तो स्वाभाविक है उस से माहौल ख़राब हो जाता है. सुशील मोदी ने कहा कि हम सब लोग मर्माहत हैं और अपराधियों को पकड़ने के लिए कटिबद्ध हैं.
लेकिन बिहार में नीतीश कुमार के शासन काल में जब भी घटना घटी है तो ऐसा नहीं है कि अपराधी नहीं पकड़े गए हैं और अपराधियों को सजा नहीं मिली है जो भी घटना घटी
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लिया है. हालांकि मोदी का दावा है कि आंकड़ों के हिसाब से बिहार में अपराध की घटनाओं में पिछले 5 वर्षों के दौरान निरंतर कमी आ रही है.