BY-THE FIRE TEAM
बिहार के रोहतास जिले के तिलौथु थाना क्षेत्र में हुई इस वारदात ने अंधविश्वास के कारण इस घटना को अंजाम दिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एक 70 साल की बुजुर्ग महिला पर डायन होने का आरोप लगाया और उसकी जीभ काट ली.
इसके अलावा उसके सिर पर रॉड से प्रहार भी किया गया है और जख्मी महिला को सासाराम सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ महिला की हालत गंभीर बनी हुई है.
आपको बताते चलें कि इस तरह की घटना कोई नई नहीं है. अभी कुछ दिनों पूर्व राजस्थान में भी अन्धविश्वास के कारण एक महिला को न केवल मारा पीटा गया बल्कि उसकी हत्या तक कर दी गई.
वहीँ उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में डायन बताकर एक मां और उनकी बेटी का सिर मुंडवाना दिया गया था. देश चाहे कितनी भी तरक्की कर जाए, लेकिन कुछ गलत हरकतें इसकी शान में बट्टा लगा ही देती हैं.
इस बाबत खबर अब यह है कि इस शर्मनाक हरकत के 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बताया कि पिपरी थाना के रेनकूट इलाके में बुखार से दो बच्चों की मौत होने पर उनके परिजनों ने 70 वर्षीय इतवरिया और उसकी 40 वर्षीय पुत्री श्यामा पर डायन होने और अपने बच्चों की जान लेने का आरोप लगाया, इन लोगों ने दोनों महिलाओं का सिर भी मुंडवा दिया.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रेडिया गांव में एक बुजुर्ग महिला के डायन होने के शक पर गांव के ही तीन लोगों ने घर में घुसकर उनकी जीभ काट डाली और उसके सिर पर लोहे के रॉड से प्रहार किया.
रेडिया गांव निवासी स्वर्गीय दीपू रजवार की 70 वर्षीय विधवा राजकालो कुंअर अपने एक पोते व दो पोतियों के साथ शनिवार को घर में सो रही थी. आरोप है कि गांव के बिगहा टोले के नन्हक रजवार व उसके दोनों बेटे छट्टू रजवार और उदय रजवार घर में घुस आए और वारदात को अंजाम दिया.
तिलौथु के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि रविवार की शाम को पीड़ित की पोती संतरा के बयान पर इस मामले की एक प्राथमिकी तिलौथु थाना में दर्ज कर ली गई है, जिसमें नन्हक रजवार, छट्टू रजवार और उदय रजवार को नामजद आरोपी बनाया गया है.
घटना के बाद से सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया इस घटना के पीछे ओझा-गुणी की बात सामने आ रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ऐसी घटनाएं समाज के लिए खतरनाक हैं और इसे शीघ्र रोका जाना चाहिए.