BY-THE FIRE TEAM
अपने गौरवपूर्ण इतिहास, शौर्य, स्त्री स्मिता का रक्षक और वीरता के लिए जाने जाना वाला राजस्थान में विगत दिनों में हुई दरिंदगी ने उसकी छवि को धूमिल कर दिया है।
आपको बता दें कि बीते दिनों राजस्थान के अलवर में एक पति के सामने ही उसकी पत्नी से गैंगरेप किए जाने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
इस घटना का दुखद पहलू यह रहा है कि वो पांच दरिंदे तीन घंटे तक हैवानियत करते रहे और पूरे घटनाक्रम को मोबाइल में कैद करने के बाद उसे वायरल करवा दिया।
इस घटना में सजा भले अपराधियों को दी जाये किन्तु इतना तय हो गया है कि महिला सुरक्षा के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था की पोल भी खुल गई है।
7 मई को घटित इस घटना के मीडिया में उजागर होने पर अलवर जिले के थानागाजी की इस घटना से पूरा राजस्थान शर्मसार हो गया और मॉब लिंचिंग के लिए बदनाम हुए अलवर के दामन पर फिर से एक दाग लग गया।
https://twitter.com/SRE_NEWS/status/1125828772849160197
अलवर कांड की यह घटना एक साथ कई प्रश्नो को समाज के सामने रखती है मसलन- क्या दलित मानव नहीं हैं ? आखिर कब तक उन्हें दोयम दर्जे का प्राणि माना जाता रहेगा ? क्या वे समाज के अंग नहीं हैं ?
इस हैवानियत भरी घटना को अंजाम देने वाले लोग आखिर क्या सिद्ध करना चाहते हैं ? ये ऐसे प्रश्न हैं जिनके जवाब हर उस व्यक्ति के द्व्रारा तलाशा जाना चाहिए जो अपने को सभ्य और आधुनिक समाज का हिस्सा तथा इंसानियत का रक्षक समझते हैं।