BY-THE FIRE TEAM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान जी को दलित बताने पर सियासी पारा चढ़ गया है. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण ने रविवार को कहा कि हनुमान मंदिरों की कमान दलितों के हाथ में दिया जाना चाहिए.
भीम आर्मी के प्रमुख ने बयान जारी कर कहा कि “दलित समुदाय के लोगों को देशभर के हनुमान मंदिरों की कमान अपने हाथ में लेकर वहां पुजारियों के तौर पर दलितों की नियुक्ति करनी चाहिए”.
Dalits should take over all Hanuman temples: Bhim Army chief Chandrashekharhttps://t.co/ODOUanbTRG
— The Indian Express (@IndianExpress) December 2, 2018
इस दौरान उन्होंने राजस्थान के अलवर में मुख्यमंत्री योगी द्वारा हनुमान जी को लेकर दिए बयान की निंदा की. साथ ही उन्होंने योगी और मोदी को दलित विरोधी बताया.
चंद्रशेखर रावण ने कहा, “राजनीतिक फायदे के लिए भाजपा गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाकर धार्मिक मुद्दों को उछालती है.
अगर वो कहते हैं कि हनुमानजी दलित थे, तो देश के तमाम हनुमान मंदिर दलित समाज को सौंप देना चाहिए”.
गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर में को एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वयं वनवासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं.
भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं”.
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार के मानव सांसाधन राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने हनुमान जी को आर्य बताकर अलग विवाद खड़ा किया है.
पतंजलि ब्रांड के स्वामी बाबा रामदेव ने हनुमान जी को ब्राह्मण बताया है तो पिछले हफ्ते राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने दावा किया था कि हनुमान आदिवासी थे.