BY-THE FIRE TEAM
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के कहर की वजह से प्रधानमंत्री ने देश को सुरक्षा देने के लिए इक्कीस दिनों के लॉक डाउन घोषित किया था.
इसके परिणाम स्वरुप परिवहन संचार पुरी तरह रोक दिया गया तथा उद्योग धंधे बंद कर दिए गए. इस निर्णय के कारण भारतीय अर्थवयवस्था बेपटरी होती जा रही है.
#COVID #Maharashtra Districts in #Red #Orange #Green Zones.#Pune is Red Zone.
What are the implications…? pic.twitter.com/t2Bn5cs17s— Commander Vikram W Karve (@w_karve) April 12, 2020
देश को कोरोना के प्रकोप से बचाने तथा अर्थवयवस्था को मजबूती दिलाकर पुनः व्यापार-वाणिज्य को दिशा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने देश को तीन भागों- ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोंस में बाँटने की रुपरेखा तैयार किया है.
आपको बता दें कि ये तीनों जोंस अलग-अलग रिस्क कैटेगरी को दर्शाते हैं. मसलन रेड कैटेगरी में उन स्थानों को जगह दी गई है जहाँ सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों की सँख्या पाई गई है.
वहीं ऑरेंज का कॉलम वर्तमान में तैयार रबी की फसल की कटाई वाले स्थान हैं जहाँ ट्रांसपोर्ट की बहाली करके किसानों को संरक्षण देने की योजना विचारार्थ है, जबकि ग्रीन जोन के अंतर्गत ऐसे क्षेत्र शामिल हैं जिन्हें संक्रमण के प्रकोप से मुक्त पाया गया है.
यद्यपि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 अप्रैल की सीमा तय की गई थी किन्तु अभी हाल ही में प्रधानमंत्री के साथ जब राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई तो इसे और आगे तक ले जाने का निर्णय लिया गया है.