लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने पर बलात्कार का आरोपी धार्मिक गुरु दाती महाराज पुनः सुर्ख़ियों में

BY-THE FIRE TEAM

पहले से ही दो नाबालिग लड़कियों के बलात्कार का आरोप झेल रहे धार्मिक गुरु दाती महाराज पर वर्तमान में घोषित लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने का नया बखेड़ा खड़ा हो जाने से वह फिर मीडिया की सुर्ख़ियों में आ चुके हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण दिल्ली के इलाके में स्थित असोला गांव के शनि मंदिर में दाती को कुछ महिलाओं, बच्चों और वृद्ध व्यक्ति के साथ पूजा करते हुए पाया गया है.

यहाँ पूजा के दौरान लोगों ने न तो मास्क पहना था और न ही किसी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन का करते हुए देखा गया है. इस प्रकार की गतिविधि पूरी तरह से लॉक डाउन के नियमों का खुला उलंघन है.

पुलिस मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच में जुट गई है तथा वास्तविक सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रही है क्योंकि दाती से जुड़ा इस प्रकार के वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है.

कौन है दाती महाराज?

बचपन में दाती का जन्म राजस्थान के मेघवाल परिवार के 1950 में अलावास गांव में हुआ था. ऐसा उसके करीबी बताते हैं कि बचपन में ही उसके माँ का देहांत हो गया.

शुरुआत के दिनों में इसके पिता द्वारा ढोल बजाकर 7 वर्षों तक पालन पोषण किया गया किन्तु जब इनकी भी मृत्यु हो गई तो दाती जीविका चलाने के लिए अपने गाँव के ही एक करीबी के साथ दिल्ली चला आया.

यहाँ आकर यह चाय की दुकानों में छोटा-मोटा काम करता रहा और फिर कैटरिंग का धंधा शुरू किया और शादी ब्याह में आने जाने से वहाँ मोटी पार्टियों से उसकी मुलाकात हुई.

1996 में राजस्थान के एक ज्योतिष से मिलने के बाद धीरे-धीरे इसने जन्मकुंडली देखना सीख लिया, बाद में कैटरिंग का काम बंद करके दिल्ली के ही कैलाश कॉलोनी में ज्योतिष केंद्र खोलकर अपना नाम दाती महाराज रख लिया.

तत्पश्चात जो उसने सफर प्रारम्भ किया तो करोड़ों का आश्रम और भक्तों, शिष्यों का हुजूम खड़ा कर दिया. अपनी ही शिष्या के साथ जब रेप का आरोप लगा तो दाती मिडिया की सुर्ख़ियों में आया.

 

 

 

 

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