पूर्व नगर सचिव आफताब अहमद ने परीक्षा में हुई धाँधली के विरुद्ध काली पट्टी बांधकर किया विरोध

BY-THE FIRE TEAM

गोरखपुर: मिली जानकारी के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समाजवादी पार्टी के से जुड़े नेता आफताब अहमद ने कहा कि- यूपी में 69000 शिक्षक भर्ती में अनुचित साधनों से पास करने वाले धोखेबाजों

की धरपकड़ के बाद उत्तर प्रदेश में भारी संख्या में अभ्यर्थी इकट्ठा होकर परीक्षा रद्द कराने की मांग कर रहे हैं तथा फर्जी तरीके से 25 जिलों में नियुक्त हुई महिला

अध्यापिका अनामिका शुक्ला ने सरकारी अधिकारियों के मिली भगत से करोड़ों रुपए का वेतन भुगतान प्राप्त किया गया. हालाँकि किसी भी जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है.

इससे यह सिद्ध होता है कि इन भ्रष्ट अधिकारियों को उत्तर प्रदेश सरकार का संरक्षण प्राप्त है. वहीं विनोद यादव ने सरकार से

इस भर्ती की व्यापक पैमाने पर सीबीआई जांच करने तथा तत्काल भर्ती रद्द करके पुनः परीक्षा कराने की मांग रखी है.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आफताब अहमद ने बताया कि यदि टॉपर को राष्ट्रपति का नाम तक नहीं पता है तो यह भर्ती जांच के घेरे में स्वतः आ जाती है.

इस भर्ती में सेंटर पर ब्लूटूथ रुमाल से भारी पैमाने में धांधली हुई है जिसमें अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा पूर्व उत्तर कुंजी जारी हुई थी

और लगभग हजारों हजार की संख्या में अभ्यर्थी नकल करके पास हुए हैं. मोहम्मद हसन ने कहा कि आठ से दस लाख रुपए लेकर परीक्षा पास कराया गया है.

अगर उत्तर प्रदेश सरकार तत्काल भर्ती रद्द करके पुनः परीक्षा नहीं कराती है तो समाजवादी पार्टी अभ्यर्थियों के हक के लिए इस लड़ाई को रोड तक ले जाएगी.

इस मौके पर मोहम्मद हसन, शुभम यादव, हनी मौर्य, हारून अहमद, मोहम्मद सैफ, रोनक श्रीवास्तव, आशुतोष गुप्ता, अनूप यादव, मृत्युंजय यादव, आदि लोग उपस्थित रहे.

 

 

 

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