सरदार पटेल का दीदार होगा महंगा, ताज महल से 7 गुना अधिक है टिकट की कीमत


BY-THE FIRE TEAM


हाल में प्रधानमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) का उद्धघाटन उनकी जयंती पर किया.

गुजरात के केवड़िया स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ प्रतिमा 182 मीटर ऊंची (statue of unity height) है. ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ दुनिया की सबसे ऊंची मर्ति है. यह प्रतिमा नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

गुजरात सरकार का मानना है कि इस विशालकाय मूर्ति को देखने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशों के पर्यटक भी आएंगे. इस नाते सरकार की ओर से पर्यटकों के ठहरने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है.

एक तरफ दुनिया के सांतवे अजूबा यानी ताज महल के लिए आम लोगों को 50 रुपये देने पड़ते हैं तो वहीं सरदार पटेल को देखने के लिए 7 गुना ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे.

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ताज महल से 7 गुना ज्यादा है टिकट

दुनिया का सांतवा अजूबा ताज महल के दीदार करने के लिए जहां आम आदमी को 50 रुपये खर्च करने पड़ते हैं वहीं ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखने के लिए आम लोगों को 350 रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

यही नहीं बस के लिए 30 रुपये और देने होंगे. पर आप ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं. यानी घूमने और देखने के लिए 380 रुपये देने होंगे. जो ताज महल से 7 गुना से भी ज्यादा है.

‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखने के साथ-साथ वैली ऑफ फ्लॉवर (Valley of Flower), मेमोरियल (Memorial), म्यूजियम (Museum), सरदार सरोवर डैम और Audio Visual Gallery देख सकेंगे. यहां घूमने का समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक होगा.
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875 – 15 दिसंबर, 1950) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने.
  •  बारडोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की.
  • आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है. गृह मंत्री के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देसी रियासतों (राज्यों) को भारत में मिलाना था जिसको उन्होने बिना कोई खून बहाये सम्पादित कर दिखाया.

 

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