BY-THE FIRE TEAM
प्राप्त सुचना के अनुसार आयकर विभाग द्वारा 2011 में दायर की गई एक याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा है कि कंपनी को अपने सभी खातों का स्पेशल ऑडिट कराना होगा।
कोर्ट ने कंपनी से कहा है कि वो इसके लिए आयकर आधिकारियों का सहयोग करे। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने कोर्ट के सामने तर्क रखा कि कंपनी का एक नहीं बल्कि बहुत सारे खाते हैं,
जिसकी वजह से स्पेशल ऑडिट होना जरूरी है, ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी को कहां-कहां से आय होती है इसकी जानकारी केवल स्पेशल ऑडिट से ही मिल सकेगी।
आपको बता दें कि पतंजलि की बिक्री पिछले पांच साल में पहली बार गिर गई है। जीएसटी और कमजोर होते विपणन नेटवर्क की वजह से कंपनी की आय भी
2013 के बाद मार्च 2018 में समाप्त हुए वित्त वर्ष में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ 8148 करोड़ रुपये रही हालांकि इन सबके बावजूद कंपनी ने इस साल डेयरी और रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में भी प्रवेश किया है।
धनतेरस के दिन दिल्ली के पीतमपुरा में पतंजलि ने अपना पहला ब्रांडेड कपड़ों का रिटेल स्टोर परिधान खोला था। इस स्टोर में रामदेव तीन हजार तरह के कपड़ों की वैरायटी लेकर के आए हैं।
इसमें किड्सवेयर, महिलाओं के परिधान, पुरुषों के सभी कपड़े, योगा वेयर, फेंसी ड्रेस शामिल होंगी। इस स्टोर में लंगोट से कोट तक और पार्टी वेयर कपड़े मिलेंगे।
कपड़े भारतीय शैली को ध्यान में रखकर बनाए जाएंगे और यह पूरी तरह से स्वदेशी हैं। पतंजलि के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चार लाख लीटर तरल दूध बाजार में बिक्री के लिए जारी किया जाएगा।
धीरे-धीरे इसकी क्षमता में बढ़ोतरी की जाएगी। कंपनी की योजना अगले छह महीने में इस कारोबार को 500 करोड़ रुपये तक पहुंचाने की है।
कंपनी का दावा है कि सारे उत्पादों में किसी तरह की कोई मिलावट नहीं है और ग्राहकों को शुद्ध उत्पाद मिलेंगे। पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने बताया कि
लोगों को गाय का शुद्ध दूध और इससे बने उत्पाद अब बहुत ही कम दर पर मिलेंगे। कंपनी ने फ्रोजन मटर, अन्य कटी सब्जियां और फ्रेंच फ्राइज जैसे उत्पाद भी लांच कर दिए हैं।