- नेपाल ने अपने संसद में जब विवादित नक्शा पारित किया जिसमें उसने भारत के तीन क्षेत्रों-लिपुलेख, कालापानी, लिम्पियाधुरा को अपनी सीमा में दिखा दिया जिसके कारण भारत ने इसका विरोध किया.
विगत दिनों में भारत – नेपाल रिश्तों में जो तल्खी आई है उसको देखते हुए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात का आश्वासन दिया है कि जल्दी ही कोई शांति का रास्ता निकाला जायेगा. इस विषय में उन्होंने बताया कि- “नेपाल हमारा पड़ोसी देश है और हमारे संबंध सदियों पुराने हैं तथा ये धर्म और संस्कृति की बुनियाद पर टिके हुए हैं.”
दोनों देशों के लोगों के बीच सबंधों का तानाबाना रोटी और बेटी के धरातल पर जारी रहने के अतिरिक्त नेपाल का जुड़ाव भारत के साथ आध्यत्मिक तौर पर भी स्थापित है, ऐसे में हम इस परम्परागत रिश्ते हो कहीं से भी धूमिल नहीं होने देंगे.
Rajnath Singh's Virtual Rally in Uttarakhand: भारत-नेपाल के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता, दुनिया की कोई ताकत इसे तोड़ नहीं सकती #IndiaNwews @RanaYashwant1
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आपको यहाँ बताते चलें कि भारत और नेपाल के मध्य उपजे तनाव की मुख्य वजह नेपाल द्वारा विवादित नक्शा पास करना तथा लिपुलेख से धाराचूला के बीच सड़क बनाने से नेपाल के लोगों में गलतफहमी का फैलना रहा.
इस कन्फूजन को हम बातचीत के द्वारा जल्दी ही निबटा लेंगे. इस तथ्य को रक्षामंत्री ने उत्तराखंड में भाजपा की तरफ से वर्चुअल रैली को सम्बोधित करते हुये कहा है.