BY-THE FIRE TEAM
प्राप्त सूचना के अनुसार विगत आठ माह से कैद नेशनल कांफेरेंस के नेता एवं जम्मू कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह को सरकार ने अंततः आजाद कर दिया है.
आपको बताते चलें कि अब्दुल्लाह को ‘जन सुरक्षा कानून’ (पीएसए) के अंतर्गत लगाए गए इल्जाम में कैद किया गया था. जम्मू कश्मीर भारत का एक ऐसा राज्य था जिसे धारा 370 व अनुच्छेद 35(ए) के तहत ‘विशेष राज्य’ का दर्जा प्राप्त था,
जिसके तहत उसका स्वयं का संविधान तथा झंडा फहराने का अधिकार दिया गया था. इसके अतिरिक्त वहाँ की विधान सभा पर यह निर्भर था कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कानून उसकी सहमति से ही लागु हो सकता था.
*Umar Abdullah released in picture out side gate of Hari niwas where he was detained* pic.twitter.com/aB5qfttZxo
— Jk Straight Wire (@jkstraightwire) March 24, 2020
किन्तु केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन वन फ्लैग’ का नारा देते हुए हमेशा के लिए इस अधिकार को छीन कर उसे केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया. सरकार के इस कदम से जम्मू-कश्मीर राज्य में आंतरिक अशांति पनपने का अंदेशा था.
राज्य में किसी प्रकार की हिंसा, आगजनी और विरोध न हो इसको ध्यान में रखकर जिनसे भी सरकार को खतरा महसूस हो रहा था जैसे इसमें उमर के पिता फारुख अब्दुल्लाह सहित पीडीपी प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती,
त्याग पत्र देने वाले आईएएस टॉपर शाह फैसल आदि भी शामिल थे उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की गई थी, साथ ही उन्हें कश्मीर से बाहर के राज्यों की जेलों में में भी शिफ्ट कर दिया गया था.