BY-THE FIRE TEAM
कश्मीरी लोगों के लगातार अवरोध और विरोध, हिंसात्मक प्रदर्शन, मानवाधिकारों का उलंघन आदि चुनौतियों के झेलने के बाद भी आज लौह पुरुष सरदार पटेल की 144वीं जयंती के अवसर पर
जिन्हें भारत में 560 से अधिक देशी रियासतों को जोड़ने और एक करने का श्रेय जाता है, केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर राज्य से धारा 370 की समाप्ति के
86 वें दिनों के पश्चात भारत के दो नए केंद्र शासित प्रदेश- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में अस्तित्व में आ गए हैं.
तथा इस सम्बन्ध में बुधवार की रात को गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर दिया है. इस आदेश के बाद अब यहाँ केंद्र के सारे नियम लागू हो जायेंगे. देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि
किसी राज्य को एक साथ दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में तब्दील किया गया है.
#NewsAlert | President Ram Nath Kovind signs official Gazette of India order, declaring Jammu and Kashmir and Ladakh as separate union territories as per the Jammu & Kashmir Reorganisation Act 2019 from October 31, 2019. pic.twitter.com/TW9TcO6AjT
— News18 (@CNNnews18) October 31, 2019
इन नवीन केंद्रशासित प्रदेशों की अगुवाई दो नए उपराज्यपालों गिरीश चंद मुर्मू और आर के माथुर आज शपथ ग्रहण के बाद करेंगे. इनके शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन
श्रीनगर और लेह में अलग-अलग किया जायेगा. मुर्मू और माथुर को उच्च न्यायालय की मुख्यन्यायाधीश गीता मित्तल शपथ दिलाएंगी.
अब क्या होगा ?:
केंद्र सरकार के इस निर्णय से देश में कुल राज्यों की संख्या 28 तथा केंद्रशासित प्रदेशों की 9 हो गई है. इसके अतिरिक्त कश्मीर का जो अलग संविधान और रणवीर संहिता थी वह भी शून्य हो गई है.