BY-THE FIRE TEAM
अभी तबरेज अंसारी की मौत का मामला ठीक से सुलझा भी नहीं था कि फिर से एक बार झारखंड में ही दो लोगों अख्तर अंसारी जिसकी उम्र 26 वर्ष और मुबारक अंसारी की 45 वर्ष है,
को लोगों की भीड़ ने मार-मार कर अधमरा कर दिया है, जिसमें अख्तर की हालत तो नाजुक है किन्तु मुबारक अंसारी की मृत्यु हो चुकी है.
आपको बताते चलें कि झारखण्ड के बोकारो थर्मल थाना के अंतर्गत गोविंदपुर बस्ती में मुबारक अंसारी नाम के व्यक्ति को बैटरी चोरी के शक में मॉब लिंचिंग की गई है.
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पुलिस ने कार्यवाही करते हुए इस घटना में शामिल एक ही परिवार के पाँच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे कड़ाई से पूछताछ भी कर रही है.
इस विषय में डीएसपी अंजनी अंजन ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि-“प्रथम दृष्ट्या यह वारदात मॉब लिंचिंग की लग रही है हालाँकि अभी मामले की जाँच चल रही है.”
वारदात के संबंध में जो जानकारी मिली है उसके अंतर्गत प्रेमचंद महतो की पत्नी नैना देवी ने अपने घर के पास खड़े वाहन में से दो लोगों को बैट्री चुराकर ले जाते देखा.
उसने शोर मचाकर भीड़ इकठ्ठा कर लिया, तत्पश्चात इन दोनों दोषियों को नाम पूछने के बाद पोल में बांधकर बुरी तरह से लात, जूतों और घूसों से पीटा गया.
सुबह में किसी स्थानीय व्यक्ति ने इन घायल लोगों को देखकर पुलिस को सूचित किया, हालाँकि पुलिस ने इनको इलाज के लिए डीवीसी अस्पताल में भर्ती कराया किन्तु मुबारक अंसारी को बचाया नहीं जा सका.
इसके पूर्व देश के अलग-अलग हिस्सों में घटी मॉब लिंचिंग की घटना से लोग इतने प्रताड़ित थे कि देश व्यापी आंदोलन और मुहीम छेड़ी गई थी. किन्तु यह दुर्भाग्य पूर्ण है कि
सर्वोच्च न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद भी राज्य की सरकारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है. इसी का नतीजा है कि मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा है.