BY-THE FIRE TEAM
स्वामी देथात्रेय साई स्वरुप नाथ ने जनहित याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि वह केंद्र को महिलाओं को नमाज के लिए मस्जिदों में प्रवेश पाने के वास्ते आदेश जारी करने का निर्देश दे.
याचिकाकर्ता ने कहा कि सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति संबंधी उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले के संदर्भ में समय की मांग है कि मुस्लिम महिला श्रद्धालुओं को भी नमाज के लिए पुरुषों के साथ मस्जिदों में प्रवेश मिले.
उसने कहा कि महिलाओं को मस्जिदों में मुख्य उपासना सभागार में प्रवेश और नमाज नहीं पढ़ने देने से उनके साथ भेदभाव किया जाता है. स्वामी देथात्रेय साई स्वरुप नाथ अखिल भारत हिंदू महासभा की केरल इकाई के अध्यक्ष हैं.
आपको बताते चलें कि हाल ही महिला अधिकारों को लेकर कोर्ट ने कई फैसले दिए हैं ताकि इनके समानता का अधिकार सुनिश्चित हो सके. जैसे –निकाह हलाला, ट्रिपल तलाक़, धारा ४९७ का वैधीकरण , महाराष्ट्र के शनि सिंगणवेलु मंदिर में प्रवेश की अनुमति आदि.
बीते दिनों केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था और मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को हरी झंडी दी थी.
सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकना समता के अधिकार और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ है. इसी संदर्भ में साई स्वरुप नाथ ने मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए याचिका दायर की है.
जाहिर है कि यह याचिका कुछ नई बहसों और विचारों को जन्म देगी जिसके अनेक परिणाम निकलेंगे.